
चंपावत जिले में पहली बार एक बड़ी ड्रग्स की बरामदगी हुई है, जिसमें करोड़ों रुपये की मिथाइलीन डाइऑक्सी मेथैम्फेटामाइन (एमडीएमए) जब्त की गई है। यह कार्रवाई चंपावत और पिथौरागढ़ की संयुक्त पुलिस टीम द्वारा की गई। दोनों जिलों की एसओजी और स्थानीय पुलिस ने मिलकर तड़के बनबसा के शारदा नहर क्षेत्र में चेकिंग के दौरान 5.688 किलोग्राम एमडीएमए ड्रग्स बरामद की। इस दौरान एक महिला को गिरफ्तार किया गया है, जबकि उसका पति और एक अन्य आरोपी फरार हो गए हैं।
पुलिस अधीक्षक अजय गणपति ने बताया कि सीओ वंदना वर्मा के नेतृत्व में एसओजी प्रभारी लक्ष्मण सिंह जगवान और बनबसा थाना प्रभारी सुरेंद्र सिंह कोरंगा की टीम ने संयुक्त रूप से यह कार्रवाई की। चेकिंग के दौरान महिला और पुरुष को संदिग्ध हालत में देखा गया, लेकिन पुरुष भागने में सफल हो गया। गिरफ्तार महिला की पहचान ईशा (22 वर्ष), निवासी पंपापुर बनबसा के रूप में हुई है, जिसने बताया कि फरार व्यक्ति उसका पति राहुल कुमार है।
महिला के बैग से एमडीएमए ड्रग्स बरामद हुई, जिसे लेकर पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया है। जांच में पता चला है कि मुंबई में पकड़े गए एक आरोपी से पूछताछ के बाद पहाड़ से ड्रग्स सप्लाई होने की जानकारी मिली थी, जिसके आधार पर यह ऑपरेशन चलाया गया। पुलिस अब राहुल कुमार और कुनाल कोहली (निवासी टनकपुर) की तलाश कर रही है। बरामद ड्रग्स की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग 10 करोड़ 23 लाख रुपये आंकी गई है।
पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इतनी भारी मात्रा में यह ड्रग कहां और कैसे बनाई गई, और इसके पीछे पूरा नेटवर्क कौन चला रहा है। यह उत्तराखंड में ड्रग्स के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है।