
भीमताल: भीमताल के एक निजी शिक्षण संस्थान में पढ़ रही लखनऊ निवासी बीसीए द्वितीय वर्ष की छात्रा की रहस्यमयी मौत के मामले ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। बृहस्पतिवार को शव का वीडियोग्राफी के साथ पोस्टमार्टम किया गया। छात्रा के पिता राम कृष्ण सिंह तोमर ने आरोप लगाया है कि उनकी बेटी को कॉलेज में रैगिंग का शिकार बनाया गया था और कॉलेज प्रशासन ने उन्हें मौत की सूचना देरी से दी।
बुधवार को छात्रा का शव हॉस्टल के कमरे में फंदे से लटका मिला था। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पिता ने दावा किया कि बेटी ने पहले उन्हें बताया था कि उसकी रूम पार्टनर प्रथम वर्ष की छात्रा है, और एक सीनियर छात्रा ने कमरे में आकर रैगिंग की थी। विरोध करने पर वाश्वी ने उस घटना की वीडियो रिकॉर्डिंग भी की थी और पिता को भेजी थी।
मेरी बेटी आत्महत्या नहीं कर सकती पिता की पीड़ा
राम कृष्ण सिंह तोमर ने कहा कि उनकी बेटी मानसिक रूप से मजबूत थी और आत्महत्या जैसा कदम नहीं उठा सकती। उन्होंने बताया कि वाश्वी रोजाना सुबह 9:15 बजे क्लास अटेंड करती थी और दोपहर 1 बजे लंच के बाद कमरे में लौटती थी। लेकिन कॉलेज प्रशासन ने उन्हें शाम सवा 5 बजे के बाद फोन कर जल्दी आने को कहा, जबकि घटना दोपहर में हुई थी।
उन्हें यह भी नहीं बताया गया कि बेटी की तबीयत खराब है या कुछ और। जब वह कॉलेज पहुंचे तो सब कुछ साफ हो चुका था। पोस्टमार्टम के बाद उन्होंने बेटी का शव लेकर लखनऊ रवाना कर दिया।
पिता के उठाए सवाल:
- पुलिस के पहुंचने से पहले उनकी बेटी के शव को फंदे से क्यों उतारा गया?यदि दो से तीन बजे के बीच घटना पता चली तो शाम सवा पांच बजे के बाद क्यों बताया गया?संस्थान की वार्डन ने उनसे मुलाकात क्यों नहीं की?
बेटी से वीडियो की बात वार्डन को बताने के लिए भी कहा था। क्या वार्डन को वीडियो दिखाई गई?
एसपी ट्रैफिक डॉ. जगदीश चंद्र ने कहा कि छात्रा की मौत प्रथम दृष्टया आत्महत्या प्रतीत हो रही है, लेकिन पिता द्वारा उठाए गए सभी बिंदुओं पर निष्पक्ष और गहन जांच की जाएगी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत के कारण की पुष्टि की जाएगी।