
देहरादून के जौलीग्रांट में बुधवार को एक दर्दनाक घटना हुई। अपर जौलीग्रांट क्षेत्र में जंगल में घास और लकड़ी लेने गए बुजुर्ग दंपती पर हाथी ने हमला कर उन्हें पटक-पटक कर मार डाला। मृतक राजेंद्र पंवार (70) और उनकी पत्नी सुशीला पंवार (65) की मौत से परिवार में कोहराम मच गया।
थानो वन रेंज के जौलीग्रांट प्रथम बीट रामनगर कक्ष संख्या दो में यह हादसा हुआ। दंपती सुबह जंगल में लगभग आधा किलोमीटर अंदर घास और लकड़ी लेने गए थे। वहीं, एक हाथी ने उन पर हमला कर दोनों को मार डाला।
कुछ देर बाद उसी रास्ते से गुजर रहीं कोठारी मोहल्ले की महिलाओं ने घटना देखी और ग्रामीणों को सूचित किया। सूचना मिलने पर पुलिस और स्थानीय लोग घटनास्थल पर पहुंचे। पति-पत्नी के शव करीब दस मीटर के फासले पर पिचके हुए मिले। पास में ही हाथी की लीद भी मिली, जिससे स्पष्ट हुआ कि हाथी ने ही हमला किया था। एसडीआरएफ की टीम ने शवों को जंगल से बाहर निकाला और जौलीग्रांट मोर्चरी भेज दिया। शवों को चादर में लपेटकर लकड़ी के सहारे बाहर लाया गया। इस दुखद घटना से पूरे गांव में मातम छा गया।
वन विभाग की मदद और अपील:-
घटना के बाद डीएफओ नीरज शर्मा ने मृतक दंपती के परिवार को दो-दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी। उन्होंने आश्वासन दिया कि अन्य निर्धारित धनराशि भी जल्द प्रदान की जाएगी। वन विभाग ने स्थानीय लोगों से जंगल में न जाने की अपील की है।
जौलीग्रांट में पहली बार ऐसा हादसा:-
जौलीग्रांट तीन तरफ से जंगल से घिरा हुआ है, जहां लोग वर्षों से घास और लकड़ी लेने जाते रहे हैं। हालांकि, यह पहली घटना है जब किसी व्यक्ति को हाथी ने मारा है। वन विभाग ने पहले से ही जंगल में हाथियों को रोकने के लिए फेंसिंग लगाई है, फिर भी यह हादसा हुआ।