
पिंडारी ट्रैकिंग रूट पर रविवार को एक युवक द्वावली के समीप पहाड़ से गिरकर 80 मीटर गहरी खाई में गिर गया। घटना के बाद युवक के साथियों ने मौत की सूचना दी थी, लेकिन बाद में यह जानकारी गलत निकली। युवक की पहचान 24 वर्षीय विजय सिंह दानू के रूप में हुई है, जो खाती ग्राम के ग्राम प्रशासक कैलाश सिंह दानू के भाई हैं।
घटना के बाद कपकोट पुलिस और एसडीआरएफ ने 18 घंटे तक पैदल यात्रा कर युवक तक पहुंचने के लिए साहसिक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। एसडीआरएफ की टीम उप निरीक्षक राजेंद्र सिंह के नेतृत्व में आवश्यक रेस्क्यू उपकरणों के साथ खाती से 18 किलोमीटर पैदल चलकर घटनास्थल तक पहुंची।
घनघोर अंधेरे और कठिन परिस्थितियों के बावजूद एसडीआरएफ और स्थानीय ग्रामीणों ने कड़ी मेहनत की और विजय को खाई से सुरक्षित बाहर निकाल लिया। उसे स्ट्रेचर पर लादकर सड़क तक पहुंचाया गया और फिर एंबुलेंस के जरिए उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कपकोट में भर्ती कराया गया।
विजय शुक्रवार शाम को खाई में गिर गए थे, और उनके साथियों ने उन्हें मृत मान लिया था। लेकिन एसडीआरएफ की टीम के पहुंचने पर पता चला कि वह जीवित हैं। विजय के शरीर पर कई चोटें थीं, लेकिन वह बेहोश अवस्था में जिंदा थे।
एसडीआरएफ की टीम और ग्रामीणों की मदद से विजय को पुनः जीवनदान मिला। उसे प्राथमिक उपचार दिया गया, और उसकी हालत अब स्थिर बताई जा रही है। पर्वतारोही यामू सिंह ने कहा कि हिमालय की तलहटी में रहने वाले लोग आपातकालीन परिस्थितियों में खुद को बचाने के लिए पूरी तरह से तैयार रहते हैं और फर्स्ट एड का सही इस्तेमाल जानते हैं। विजय को इस दौरान तत्काल चिकित्सा सहायता प्रदान की गई, जिससे उसकी धड़कन फिर से सामान्य हुई।
घटनास्थल पर मौजूद ग्रामीणों और विजय के परिवार ने राहत की सांस ली, क्योंकि उनके प्रियजन की जान बच गई।