आम जन के भीतर प्रशासन का विश्वास बढ़ाने के प्रयासों में जुटे जिलाधिकारी सविन बंसल ने एक और मानवीय पहल की। बांस की बावड़ी में झुग्गी झोपड़ी के बच्चों को शिक्षित करने वाली दिव्यांग महिला की अपील पर उन्होंने तत्काल सीएसआर फंड से एक लाख रुपए की स्वीकृति दी।
सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जनसुनवाई के दौरान प्रेम नगर की एक दिव्यांग महिला ने अपनी बात रखी। उन्होंने बताया कि बीते 18 वर्षों में वह 2500 बच्चों को शिक्षित कर चुकी हैं, जो झुग्गी झोपड़ी में रहते हैं। उन्होंने कहा कि इन बच्चों को पढ़ाने के लिए वह बांस की बावड़ी का उपयोग करती हैं, लेकिन उसकी हालत बेहद खराब है। इसे ठीक कराने के लिए उन्हें 60 हजार रुपए की आवश्यकता है।
महिला की बातें सुनकर जिलाधिकारी ने उनके नेक कार्य की सराहना की और बावड़ी की मरम्मत के लिए एक लाख रुपए स्वीकृत कर दिए। उन्होंने भरोसा दिलाया कि बच्चों की शिक्षा और उनके भविष्य के लिए प्रशासन हर संभव सहायता देगा।
इसी जनसुनवाई में डिफेंस कॉलोनी की एक बुजुर्ग महिला ने अपनी परेशानी साझा की। उन्होंने बताया कि स्वजनों ने उन्हें घर से बाहर कर दिया है। इस पर जिलाधिकारी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए सीनियर सिटीजन सेल के अधिकारियों को त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए। साथ ही महिला को सरकारी वाहन से सेल तक पहुंचाने की व्यवस्था भी कराई।