प्रयागराज में महाकुंभ का पर्व पूरे धार्मिक उत्साह और श्रद्धा के साथ जारी है। संगम तट पर आस्था की डुबकी लगाने वालों का सैलाब उमड़ रहा है। मौनी अमावस्या के इस शुभ अवसर पर, जहां श्रद्धालुओं की रिकॉर्ड तोड़ भीड़ होने की संभावना है, प्रशासन ने सुरक्षा और सुविधाओं के पुख्ता इंतजाम किए हैं।
मौनी अमावस्या स्नान का शेड्यूल
29 जनवरी को अमृत स्नान के लिए अखाड़ों का निर्धारित समय इस प्रकार है:
- सुबह 5:00 बजे: स्नान का ब्रह्म मुहूर्त आरंभ।
- 5:00 बजे: महानिर्वाणी और श्री शंभू पंचायती अटल अखाड़ा।
- 5:50 बजे: निरंजनी और आनंद अखाड़ा।
- 6:45 बजे: जूना, आवाहन और पंच अग्नि अखाड़ा।
- 9:25 बजे: बैरागी अखाड़ा।
- 10:05 बजे: दिगंबर अनी अखाड़ा।
- 11:05 बजे: निर्मोही अखाड़ा।
- 12:00 बजे: उदासीन परंपरा के तीनों अखाड़े और पंचायती अखाड़ा।
- 1:05 बजे: पंचायती बड़ा उदासीन अखाड़ा।
- 2:25 बजे: पंचायती निर्मल अखाड़ा।
सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन के पुख्ता इंतजाम
- संगम के सभी घाटों पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात रहेगा।
- सीसीटीवी कैमरों से 24 घंटे निगरानी रखी जाएगी।
- अत्यधिक भीड़ होने पर कंटीजेंसी प्लान लागू किया जाएगा।
- स्नान के समय ट्रैफिक और भीड़ प्रबंधन के लिए बैरिकेडिंग मजबूत की गई है।
अखाड़ों के लिए विशेष व्यवस्थाएं
- अखाड़ों के साधु-संत और उनके शिष्य स्नान घाटों पर ही स्नान करेंगे।
- मुख्य स्नान मार्गों पर फूलों की सजावट और बैरिकेडिंग।
- हेलिकॉप्टर से साधु-संतों पर पुष्पवर्षा की जाएगी। इसके लिए 21 क्विंटल गुलाब के फूलों की व्यवस्था की गई है।
श्रद्धालुओं से प्रशासन की अपील
प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें और अमृत स्नान के दौरान संयमित और अनुशासित रहें।
मौनी अमावस्या के दिन संगम नगरी का यह अद्भुत नजारा विश्वभर से आए श्रद्धालुओं और दर्शकों के लिए भक्ति, उत्साह और भारतीय सांस्कृतिक एकता का प्रतीक बनेगा।