
हरिद्वार: हरिद्वार के रिजर्व पुलिस लाइन रोशनाबाद में आयोजित नेशनल गेम्स में उत्तराखंड की सिद्धी बड़ोनी ने कलारीपयट्टू चुवाडुकल महिला वर्ग में शानदार प्रदर्शन करते हुए रजत पदक जीता। सिद्धी, उत्तराखंड सचिवालय में संयुक्त सचिव संतोष बड़ोनी की बेटी हैं। उनकी इस उपलब्धि से प्रदेश में इस पारंपरिक खेल को नई पहचान मिली है।
कलारीपयट्टू दक्षिण भारत के केरल का पारंपरिक खेल है, जिसे युद्ध कला प्रदर्शन की श्रेणी में रखा जाता है। यह माना जाता है कि यह खेल लगभग 3000 वर्ष पुराना है और इसकी उत्पत्ति भगवान परशुराम से जुड़ी हुई है। इस खेल को केरल में बड़े पैमाने पर खेला जाता है, लेकिन इसकी जोखिमपूर्ण प्रकृति और कुछ विवादों के कारण इसे राष्ट्रीय खेलों में औपचारिक रूप से शामिल नहीं किया गया है।
कलारीपयट्टू एसोसिएशन उत्तराखंड के अध्यक्ष संतोष बड़ोनी ने बताया कि यह खेल आत्मरक्षा के लिए भी बहुत प्रभावी है, खासकर बेटियों के लिए। इसकी सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसे खेलने के लिए बहुत बड़े मैदान की जरूरत नहीं होती, इसे छोटी जगह में भी खेला जा सकता है। उन्होंने बताया कि इस खेल को प्रदेश के हर स्कूल तक पहुंचाने का लक्ष्य है, ताकि अधिक से अधिक बच्चे इसे सीखकर आत्मरक्षा और खेल कौशल में निपुण बन सकें।