
दून-मसूरी रोपवे परियोजना का कार्य तेज़ी से आगे बढ़ रहा है। अब तक 26 में से 15 टावरों का निर्माण पूरा हो चुका है। मसूरी के गांधी चौक में अपर टर्मिनल का समतलीकरण कर दिया गया है, वहीं पुरुकुल में लोअर टर्मिनल का फाउंडेशन तैयार हो चुका है। यहां 10 मंजिला पार्किंग का निर्माण भी प्रगति पर है।
गर्मियों में रोज़ाना 25,000 से अधिक पर्यटक मसूरी पहुंचते हैं, जिससे जाम और ट्रैफिक की समस्या उत्पन्न हो जाती है। बारिश के दौरान भू-स्खलन से सड़क मार्ग भी बाधित होता है। इसी समस्या को हल करने के लिए 2024 में इस परियोजना की नींव रखी गई थी।
उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद ने पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) मॉडल के तहत मसूरी स्काईवार कंपनी को इस परियोजना का कार्य सौंपा है। इसके अंतर्गत पुरुकुल से गांधी चौक तक रोपवे बनाया जा रहा है, जिससे यातायात का भार कम होगा और सफर सुगम बनेगा।
रोपवे शुरू होने के बाद देहरादून से मसूरी मात्र 15 मिनट में पहुँचा जा सकेगा, जबकि अभी सड़क मार्ग से इसमें 1.5 घंटे तक का समय लगता है। यह रोपवे एक बार में 1300 पर्यटकों को ले जाने में सक्षम होगा।
रोपवे के चलते पुरुकुल, सालन और जोहड़ी जैसे गांवों में चहल-पहल बढ़ेगी, जिससे स्थानीय लोगों के लिए रोज़गार के नए अवसर खुलेंगे। साथ ही, पर्यटन विभाग के राजस्व में भी बढ़ोतरी होगी।
पर्यटन विभाग का दावा है कि वर्ष 2026 तक इस परियोजना को पूरा कर दिया जाएगा और इसका संचालन शुरू कर दिया जाएगा। यह रोपवे मसूरी के पर्यटन को नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए मील का पत्थर साबित होगा।