
देहरादून की सड़कों पर एक बार फिर तेज़ रफ्तार का भयानक मंजर देखने को मिला, जब एक बेकाबू कार ने पहले डिवाइडर से टकराकर संतुलन खो दिया और फिर सामने से आ रहे बुलेट सवार को जोरदार टक्कर मार दी। यह हादसा कैंट क्षेत्र में हुआ, जहां कैंट की ओर से आ रही तेज़ गति की कार नियंत्रण खो बैठी और पहले डिवाइडर से टकराई, फिर दूसरी लेन में पहुंचकर बुलेट सवार को अपनी चपेट में ले लिया।
कार की रफ्तार इतनी तेज थी कि उसका बीच का हिस्सा बुरी तरह पिचक गया। हादसे के दौरान बुलेट पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई और उसमें सवार व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया। इसके अलावा, कार में सवार चालक युवक और तीन युवतियां भी बुरी तरह जख्मी हो गए। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को अस्पताल भिजवाया। पुलिस ने पूरे हादसे की जांच शुरू कर दी है।
ओएनजीसी चौक हादसे की दिल दहला देने वाली यादें ताजा
इस घटना ने बीते 11 नवंबर 2024 को ओएनजीसी चौक पर हुए इनोवा हादसे की यादें ताजा कर दी हैं, जिसमें छह युवक-युवतियों की दर्दनाक मौत हो गई थी। अब फिर से उसी तरह का एक बड़ा हादसा कैंट क्षेत्र में हुआ, जिसमें चार कार सवार युवक-युवतियां गंभीर रूप से घायल हो गए, जबकि बुलेट सवार भी बुरी तरह से जख्मी हुआ।
कैसे हुआ हादसा?
मिली जानकारी के अनुसार, नीरज बोरा (निवासी आईटीबीपी सीमा द्वार), परी (निवासी विजय पार्क), अनन्या और लतिका (निवासी विजय पार्क) कार में सवार होकर कैंट की ओर से आ रहे थे। जैसे ही उनकी कार कोतवाली कैंट के पास पहुंची, चालक ने अचानक नियंत्रण खो दिया। कार डिवाइडर फांदकर दूसरी दिशा में चली गई और एक पेड़ से जा टकराई।
उसी समय, दूसरी लेन से आ रहे हरीश चमोली (निवासी अनारवाला, जोड़ी गांव) की बुलेट भी बेकाबू कार से टकरा गई। इस भीषण टक्कर से बुलेट पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई और हरीश गंभीर रूप से घायल हो गया। कार में सवार सभी चारों युवक-युवतियों को भी गंभीर चोटें आई हैं।
कार की रफ्तार इतनी तेज थी कि टायर फट गया
पुलिस के मुताबिक, कार की रफ्तार इतनी अधिक थी कि जब वह पेड़ से टकराई, तो टायर ही फट गया। टक्कर के बाद कार का अगला हिस्सा पूरी तरह से चकनाचूर हो गया, जबकि बुलेट भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई।
चालक का कहना है कि ब्रेक लगाने के बजाय गलती से उसका पैर एक्सीलेटर पर पड़ गया, जिससे कार ने अचानक रफ्तार पकड़ ली और यह हादसा हो गया। पुलिस ने चालक का मेडिकल परीक्षण कराया, जिसमें सभी सामान्य पाए गए हैं। फिलहाल सभी घायलों का इलाज अस्पताल में चल रहा है।
बेकाबू रफ्तार और लापरवाही बन रही हादसों की वजह
यह घटना एक बार फिर साबित करती है कि तेज रफ्तार और लापरवाही से वाहन चलाना कितना खतरनाक हो सकता है। देहरादून में लगातार हो रहे सड़क हादसे इस बात की चेतावनी दे रहे हैं कि यदि वाहन चालक सतर्क नहीं रहे, तो यह लापरवाही कई जिंदगियों को खतरे में डाल सकती है। पुलिस प्रशासन को चाहिए कि ऐसे हादसों को रोकने के लिए सख्त यातायात नियम लागू करे और लोगों को सुरक्षित ड्राइविंग के प्रति अधिक जागरूक करे।