
आज, 12 फरवरी 2025 को, ‘स्नो मून’ दिखाई देगा, जो चांद की एक खास स्थिति है। इस दौरान चांद अपनी 16 कलाओं से परिपूर्ण दिखेगा और दुधिया रंग की रोगशं से धरती को सराबोर कर देगा।
स्नो मून क्या है?
स्नो मून हर साल के दूसरे पूर्णिमा को कहा जाता है, जब चांद पृथ्वी की परिक्रमा करते हुए सबसे दूर बिंदु पर पहुंच जाता है। इस दौरान उत्तरी गोलार्ध में सबसे ज्यादा बर्फ पड़ती है।
स्नो मून का इतिहास
स्नो मून का नाम यूरोपीय-अमेरिकी सभ्यता से लिया गया है। नासा के अनुसार, यह नाम अमेरिकी मूल निवासियों द्वारा सर्दियों के दूसरे पूर्णिमा को दिया गया है।
भारत में स्नो मून
भारत में स्नो मून आज, 12 फरवरी की शाम 7:23 बजे दिखाई देगा। सूर्यास्त के समय चांद पूर्व में उदय होगा और आधी रात को चरम पर होगा। स्नो मून को देखने का सबसे अच्छा समय आधी रात को है।