
राज्य के सभी शिक्षकों और प्रधानाचार्यों को डिजिटल तकनीक में प्रशिक्षित होना अनिवार्य कर दिया गया है। 31 मार्च तक उन्हें 10 घंटे का ऑनलाइन कोर्स पूरा करना होगा, जो ई-सृजन एप के माध्यम से कराया जाएगा।
एससीईआरटी के निर्देशों के अनुसार, यदि कोई शिक्षक यह कोर्स पूरा नहीं करता है, तो उसकी वार्षिक गोपनीय आख्या (एसीआर) में इसका उल्लेख किया जाएगा। इस कदम का उद्देश्य शिक्षकों को सूचना और संचार प्रौद्योगिकी (ICT) में दक्ष बनाना है, ताकि वे पढ़ाई में डिजिटल तकनीक का अधिकतम उपयोग कर सकें।
शिक्षकों की डिजिटल दक्षता बढ़ाने के लिए एससीईआरटी ने ‘ई-सृजन’ एप विकसित किया है। इस एप के जरिए शिक्षक ऑनलाइन कोर्स कर सकेंगे और डिजिटल उपकरणों का उपयोग करना सीखेंगे।
यह कोर्स कक्षा 1 से 12वीं तक के सभी प्रधानाचार्यों, प्रधानाध्यापकों और शिक्षकों के लिए अनिवार्य किया गया है। कोर्स पूरा करने के बाद शिक्षकों को ऑनलाइन प्रमाणपत्र मिलेगा, जिसे उन्हें अपने प्रधानाचार्य और खंड शिक्षा अधिकारियों को जमा करना होगा।
कोर्स के अंत में शिक्षकों और प्रधानाचार्यों की परीक्षा भी ली जाएगी, जिससे यह जांचा जाएगा कि उन्होंने डिजिटल तकनीक से जुड़ा कितना ज्ञान प्राप्त किया है।