
नैनीताल:सलड़ी तोक हरिनगर निवासी यशपाल आर्या ने जैविक खेती अपनाकर अपनी आजीविका संवार ली। पहले टैक्सी चालक रहे यशपाल का लॉकडाउन के दौरान रोजगार छूट गया, जिससे परिवार के भरण-पोषण की चुनौती खड़ी हो गई। इस मुश्किल समय में उन्होंने कृषि की ओर रुख किया और कृषि विभाग से संपर्क कर खेती से जुड़ी सुविधाओं की जानकारी ली।
बंजर भूमि को बनाया उपजाऊ
यशपाल को विभाग से सब्सिडी में पावर वीडर मिला, जिससे उन्होंने बंजर भूमि को उपजाऊ बनाया। उन्होंने पंतनगर कृषि विज्ञान केंद्र से उन्नत खेती और जैविक खेती का प्रशिक्षण लिया। इसके बाद उन्होंने मक्का, धान, सोयाबीन, गेहूं, जौ, और मसूर जैसी फसलें उगानी शुरू कीं, जिससे उन्हें अच्छा उत्पादन मिलने लगा।
सरकारी योजनाओं का मिला लाभ
कृषि विभाग से उन्हें वर्मी कम्पोस्ट बनाने के लिए अनुदान मिला, जिससे जैविक खाद तैयार कर मिट्टी की उर्वरता बढ़ाई। उद्यान विभाग से फलदार पौध और मत्स्य विभाग से मछली पालन के लिए तालाब निर्माण की सहायता भी मिली। इससे उनकी आय में लगातार बढ़ोतरी हुई और परिवार की आर्थिक स्थिति मजबूत हो गई।
अब हैं प्रगतिशील किसान
अपने प्रयासों से आत्मनिर्भर बने यशपाल आर्या आज एक प्रगतिशील कृषक के रूप में पहचाने जाते हैं। उन्होंने कृषि विभाग समेत अन्य विभागों का आभार व्यक्त किया और कहा कि जैविक खेती अपनाकर कोई भी किसान अपनी आय बढ़ा सकता है और पर्यावरण संरक्षण में योगदान दे सकता है।