
हल्द्वानी:: उत्तराखंड की बेटियां आज हर क्षेत्र में प्रदेश का नाम रोशन कर रही हैं। अपने साहस, कठिन परिश्रम और संघर्ष के दम पर हर दिन नई ऊंचाइयां छू रही हैं। ऐसी ही प्रेरणादायक कहानी है हल्द्वानी की सोनी बिष्ट की, जिन्होंने पति को खोने के बाद भी हिम्मत नहीं हारी और आज भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बनकर देश की सेवा करने जा रही हैं।
सोनी बिष्ट की शादी 2023 में उत्तराखंड के खटीमा निवासी नीरज भंडारी से हुई थी। नीरज 18 कुमाऊं रेजिमेंट में सैनिक पद पर तैनात थे, लेकिन शादी के सिर्फ 34 दिन बाद एक सड़क हादसे में उनकी मौत हो गई। इस हादसे से सोनी पूरी तरह टूट गईं, लेकिन उन्होंने अपने सपनों और पति की यादों को जिंदा रखने का फैसला किया। उन्होंने भारतीय सेना में अफसर बनने का संकल्प लिया और कठिन परीक्षाओं को पार कर आज लेफ्टिनेंट के पद पर कमीशन प्राप्त किया।
शनिवार को चेन्नई स्थित ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी (OTA) में आयोजित पासिंग आउट परेड में सोनी बिष्ट बतौर अफसर शामिल हुईं। अब वे आर्मी ऑर्डनेंस कॉर्प्स में अपनी सेवाएं देंगी।
सोनी मूल रूप से ग्राम दारर्सिंग पट्टी नाकुरी, जिला बागेश्वर की रहने वाली हैं। उनके पिता कुंदन सिंह बिष्ट ब्रिगेड ऑफ गार्ड्स बटालियन के सेवानिवृत्त सूबेदार हैं। पूरे परिवार का सैनिक बैकग्राउंड होने के कारण सोनी को सेना में जाने की प्रेरणा मिली। उनके पिता ने हर कदम पर उन्हें आगे बढ़ने का हौसला दिया, जिसका नतीजा है कि आज सोनी भारतीय सेना में अधिकारी बन चुकी हैं।
सोनी बिष्ट के सेना में अफसर बनने के बाद परिवार और पूरे गांव में खुशी का माहौल है, लेकिन पति को खोने का दर्द भी उनके साथ है। उन्होंने अपने सपनों को हारने नहीं दिया और विपरीत परिस्थितियों में भी मजबूती से आगे बढ़ीं।