
प्रदेश में शिक्षा को आधुनिक और तकनीकी रूप से सशक्त बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया जा रहा है। 1124 राजकीय विद्यालयों में स्मार्ट कक्षाएं स्थापित करने की योजना पर तेजी से काम हो रहा है। समग्र शिक्षा के अपर राज्य परियोजना निदेशक कुलदीप गैरोला ने जानकारी दी कि इस परियोजना को जल्द पूरा किया जाएगा, जिससे हजारों छात्रों को डिजिटल शिक्षा का लाभ मिलेगा।
अब तक प्रदेश के 709 राजकीय विद्यालयों में स्मार्ट कक्षाएं शुरू की जा चुकी हैं। इसके अलावा, 840 विद्यालयों में हाइब्रिड मोड में वर्चुअल और स्मार्ट कक्षाओं का संचालन किया जा रहा है। डिजिटल साधनों के माध्यम से पढ़ाई को रोचक और प्रभावी बनाने के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम है। विशेषज्ञों का मानना है कि स्मार्ट कक्षाओं से छात्रों की समझ और सीखने की दक्षता में उल्लेखनीय वृद्धि होगी।
प्रदेश में पीएमश्री योजना के तहत भी शैक्षिक सुधार किए जा रहे हैं। पहले चरण में 28 प्राथमिक, 11 हाईस्कूल और 102 इंटरमीडिएट विद्यालयों का चयन किया गया था। वहीं, दूसरे चरण में 6 प्राथमिक और 78 इंटरमीडिएट विद्यालयों को शामिल किया गया है। इन 84 विद्यालयों के लिए सरकार ने 68 करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत की है, जिससे बुनियादी ढांचे को सशक्त किया जाएगा।
शिक्षा विभाग और सरकार के प्रयासों से प्रदेश में शिक्षा को आधुनिक तकनीक से जोड़ा जा रहा है। स्मार्ट कक्षाओं के माध्यम से न केवल पढ़ाई आसान होगी, बल्कि छात्र वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए भी बेहतर रूप से तैयार हो सकेंगे। डिजिटल शिक्षा से प्रदेश की नई पीढ़ी को उज्जवल भविष्य की ओर अग्रसर करने की कोशिश की जा रही है।