
बागेश्वर जिले के माल रोड स्थित एक घर में दसवीं कक्षा के छात्र ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। किशोर की मौत से परिजन सदमे में हैं, वहीं पुलिस इस मामले की जांच में जुट गई है।
मृतक की पहचान 17 वर्षीय आयुष के रूप में हुई है, जो नगर में अपने परिवार के साथ रहता था। परिजनों के अनुसार, वह कुछ समय से गलत संगत में पड़ गया था और नशे की लत का शिकार हो गया था। कुछ दिन पहले उसने किसी को देने के लिए घर से 5000 रुपये भी मांगे थे। सोमवार शाम को उसने मां से अपनी पसंद की सब्जी बनाने की फरमाइश की थी, लेकिन जब परिवार के बाकी सदस्य ऊपर की मंजिल में थे, तो उसने अकेले नीचे के कमरे में फांसी लगा ली।
घटना की जानकारी तब मिली जब उसकी बहन ने खिड़की से झांककर देखा और उसे पंखे से लटका पाया। परिवारवालों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी और दरवाजा तोड़कर उसे नीचे उतारा, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है।
परिजनों का दावा है कि आयुष गलत संगत में पड़ गया था और संभवतः किसी नशा तस्कर के संपर्क में था। पुलिस भी मामले में नशे की आशंका जता रही है और किशोर के मोबाइल फोन की जांच कर रही है। पुलिस का कहना है कि मृतक के फोन पर आए आखिरी कॉल का विश्लेषण किया जाएगा और जिन लोगों से उसने हाल ही में बातचीत की, उनका भी पता लगाया जाएगा।
पुलिस के अनुसार, कई किशोर व्हाइटनर, सनमाइका और प्लाई चिपकाने वाले सॉल्यूशन का नशा कर रहे हैं, जो उनकी सेहत के लिए बेहद खतरनाक है। पुलिस का कहना है कि स्कूल और कॉलेजों में जागरूकता अभियान चलाकर बच्चों को नशे की लत से बचाने का प्रयास किया जा रहा है।
एसपी चंद्रशेखर आर घोड़के ने कहा कि माता-पिता को अपने बच्चों की गतिविधियों पर विशेष ध्यान देना चाहिए और अगर कोई बदलाव दिखे, तो तुरंत उनकी काउंसलिंग करानी चाहिए। फिलहाल पुलिस इस आत्महत्या के कारणों की गहराई से जांच कर रही है।