हल्द्वानी। अरावली वाटिका, छड़ायल निवासी हंसा दत्त जोशी को स्मार्ट मीटर लगवाना इतना भारी पड़ जाएगा, उन्होंने कभी सोचा भी नहीं था। मीटर लगने के महज एक महीने बाद जब उन्होंने अपना बिजली बिल देखा, तो उनके होश उड़ गए—बिल की रकम थी 46 लाख 60 हजार 151 रुपये
जोशी ने बताया कि करीब एक महीने पहले कुछ प्राइवेट कंपनी के कर्मचारी उनके घर आकर स्मार्ट मीटर लगा गए थे। लेकिन दो दिन पहले उन्हें ऑनलाइन माध्यम से जो बिल मिला, वह किसी बड़े औद्योगिक यूनिट जितना था। उन्होंने तत्काल ऊर्जा निगम के ट्रांसपोर्ट नगर दफ्तर में शिकायत दर्ज कराई, जहां से उन्हें हीरानगर कार्यालय भेजा गया।
हीरानगर स्थित अधिकारियों ने आश्वस्त किया कि यह तकनीकी गलती है और बिल में जल्द सुधार किया जाएगा।
इस मामले में यूपीसीएल ग्रामीण डिविजन हल्द्वानी के अधिशासी अभियंता बेगराज सिंह ने स्पष्ट किया कि उपभोक्ता के पुराने मीटर में कुछ तकनीकी गड़बड़ी थी, जिससे बिल में विसंगति आई। उन्होंने कहा कि स्मार्ट मीटर एकदम सही तरीके से काम कर रहा है और बिल में सुधार कर दिया गया है। अब उपभोक्ता को अगले महीने से सही बिल मिलेगा।