नैनीताल :रामनगर में स्थित रामदत्त संयुक्त अस्पताल एक बार फिर सरकार के नियंत्रण में आ गया है। यह अस्पताल पिछले कुछ समय से पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल पर संचालित हो रहा था, लेकिन अब सरकार ने इसे दोबारा अपने अधीन ले लिया है। इसी सिलसिले में प्रदेश की स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. सुनीता टम्टा ने शुक्रवार, 12 अप्रैल को अस्पताल का औचक निरीक्षण किया और व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
निरीक्षण के दौरान उन्होंने कहा कि अस्पताल की व्यवस्था सुधारने के लिए सीएमएस और सीएमओ की देखरेख में काम किया जा रहा है। अस्पताल में प्रतिदिन 400 से अधिक मरीज ओपीडी में इलाज के लिए पहुंच रहे हैं और करीब आठ से दस मरीज भर्ती भी हो रहे हैं। वर्तमान में अस्पताल की लगभग 70 फीसदी व्यवस्थाएं बहाल हो चुकी हैं। पैरामेडिकल स्टाफ के साथ-साथ नए तकनीकी स्टाफ की भी तैनाती की जा रही है ताकि मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें।
उन्होंने यह भी बताया कि अस्पताल में फिलहाल रेडियोलॉजिस्ट की नियुक्ति नहीं हो सकी है, लेकिन सरकार जल्द ही इस दिशा में कदम उठा रही है। जैसे ही पोस्ट ग्रेजुएट कर चुके योग्य उम्मीदवार उपलब्ध होंगे, उन्हें प्राथमिकता के आधार पर नियुक्त किया जाएगा। राज्य में विशेषज्ञ डॉक्टरों की भारी कमी है, लेकिन सरकार इस कमी को तेजी से दूर करने की दिशा में कार्यरत है।
महानिदेशक ने यह भी कहा कि अगर कोई स्थानीय डॉक्टर अच्छी सेवाएं देने को इच्छुक हो तो उन्हें संविदा के माध्यम से चयनित किया जा सकता है। अस्पताल को दोबारा सशक्त बनाने के उद्देश्य से सरकार हर जरूरी कदम उठा रही है। उन्होंने बताया कि फिलहाल हैंडओवर और टेकओवर की प्रक्रिया जारी है और जब तक पीपीपी मोड से पूरा सामान और रिकॉर्ड सरकार को नहीं सौंपा जाता, तब तक वहां कार्यरत कर्मचारी अपनी सेवाएं देते रहेंगे।
डॉ. टम्टा ने भरोसा दिलाया कि अस्पताल की सभी खामियों को शीघ्र दूर कर इसे पूरी तरह से मजबूत और सेवा-सक्षम बनाया जाएगा ताकि रामनगर और आसपास के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं सुलभ हो सकें।