
चारधाम यात्रा की तैयारियों को लेकर हाल ही में मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय बैठक आयोजित की गई, जिसमें यात्रा मार्गों की स्थिति और व्यवस्थाओं की समीक्षा की गई। इस बैठक में सफाई व्यवस्था विशेष रूप से चर्चा का विषय रही।
चारधाम यात्रा मार्ग पर फैले कूड़े की समस्या को देखते हुए मुख्य सचिव ने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (पीसीबी) को निर्देश दिए हैं कि वह कूड़ा प्रबंधन के लिए आवश्यक बजट उपलब्ध कराए। यह कदम खासतौर पर वन विभाग के लिए राहत लेकर आएगा, क्योंकि आरक्षित वन क्षेत्रों में कूड़ा जमा हो रहा है, लेकिन विभाग के पास सफाई के लिए कोई पृथक बजट नहीं है।
एनएच और अन्य विभाग जहां सड़क मरम्मत में लगे हैं, वहीं नगर निगम, नगर पालिका जैसे निकायों के पास तो सफाई का बजट होता है, लेकिन वन विभाग और नगर पंचायतों जैसी संस्थाओं को तकनीकी अड़चनों का सामना करना पड़ता है। अब पीसीबी की ओर से इन विभागों को भी सफाई के लिए धन उपलब्ध कराया जाएगा।
पीसीबी के सदस्य सचिव डॉ. पराग मधुकर धकाते के अनुसार, जंगलों में बढ़ता कूड़ा न सिर्फ वन्यजीवों के लिए खतरा बनता है, बल्कि यह आग लगने की घटनाओं का कारण भी बन सकता है। उन्होंने बताया कि मुख्य सचिव के निर्देश के अनुसार अब संबंधित विभागों को कूड़ा प्रबंधन के लिए सहायता दी जाएगी, जिससे यात्रा मार्ग स्वच्छ और सुरक्षित बनाए जा सकें।