उत्तराखंड: जहां एक ओर उत्तराखंड बोर्ड परीक्षा में कई सरकारी स्कूलों ने अच्छा प्रदर्शन किया है, वहीं देहरादून जिले के पछवादून क्षेत्र स्थित राजकीय इंटर कॉलेज बदरीपुर का 12वीं कक्षा का परिणाम शून्य प्रतिशत रहा है। 12वीं में पढ़ने वाले 14 में से एक भी छात्र पास नहीं हो सका, जिससे स्थानीय शिक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।
हाल ही में जारी उत्तराखंड बोर्ड के परिणामों में इस स्कूल की हाईस्कूल (10वीं) की सफलता दर 92.4% रही, जिसमें 66 में से 61 छात्र उत्तीर्ण हुए। लेकिन 12वीं में सभी छात्र रसायन विज्ञान (केमिस्ट्री) में फेल हो गए, जिससे पूरे स्कूल का इंटरमीडिएट परिणाम शून्य प्रतिशत पर आ गया।
इस गंभीर लापरवाही को लेकर खंड शिक्षा अधिकारी विकासनगर विनीता कठैत नेगी ने विद्यालय के प्रिंसिपल को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। उन्होंने बताया कि यह पहली बार हुआ है जब किसी सरकारी इंटर कॉलेज का 12वीं का परिणाम शून्य रहा है। प्रिंसिपल के जवाब के आधार पर आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।
राज्यभर में उत्तराखंड बोर्ड का 10वीं का औसत परिणाम 88% और 12वीं का औसत 77% रहा है, ऐसे में बदरीपुर इंटर कॉलेज का प्रदर्शन चिंताजनक माना जा रहा है। अधिकारी इस मामले को गंभीरता से लेकर शिक्षण व्यवस्था, फैकल्टी गुणवत्ता और पाठ्यक्रम समझ के स्तर की समीक्षा की तैयारी में हैं।