
नैनीताल में 12 साल की बच्ची से दुष्कर्म के मामले में फंसे मो. उस्मान की मुश्किलें अब थमने का नाम नहीं ले रहीं. पहले ही आरोपों से घिरा उस्मान अब निर्माण को लेकर भी घेरे में आ गया है. सात मई को जिला विकास प्राधिकरण की टीम ने उसके घर की दीवार पर नोटिस चिपका दिया है. इसमें बताया गया है कि उसने जिस जगह पर मकान बनवाया है वो इलाका ऐसे क्षेत्र में आता है जहां किसी भी तरह का निर्माण करना मना है
प्राधिकरण का कहना है कि आरोपी ने वहां पर भूतल से लेकर ऊपर तक चार मंजिल बना डाली. जबकि ये इलाका महायोजना के मुताबिक वन क्षेत्र में आता है और जीएसआई जोन टू के तहत आता है. इस जोन में किसी भी तरह का निर्माण करना मुमकिन नहीं होता. इसके बावजूद आरोपी ने वहां पर पूरा ढांचा खड़ा कर दिया. इसी को लेकर अब उसे 22 मई को सुबह 11 बजे तक जिला कार्यालय में बुलाया गया है. उसे कहा गया है कि वह अपने मकान से जुड़ी तमाम स्वीकृतियां और दस्तावेज साथ लेकर आए. अगर वह तय तारीख को हाजिर नहीं हुआ तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी
इससे पहले दो मई को नगर पालिका ने भी उस्मान को नोटिस भेजा था. कहा गया था कि वह तीन दिन में अपना पक्ष रखे. लेकिन उस्मान की पत्नी हुस्न बेगम ने हाईकोर्ट का रुख किया. उन्होंने पालिका के नोटिस को सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का उल्लंघन बताते हुए चुनौती दी. कोर्ट ने भी फिलहाल उस नोटिस पर रोक लगा दी है
अब मो. उस्मान दुष्कर्म जैसे संगीन आरोपों से जूझ रहा है और साथ ही उसके खिलाफ अवैध निर्माण का मामला भी सामने आ गया है. मामला अब कानून के दरवाजे पर है और आगे की कार्रवाई उसी पर निर्भर करेगी