
नैनीताल की शांत वादियों में आज देशभक्ति का जोश लहराता नजर आया। मिशन सिंदूर की सफलता और भारतीय सेना के पराक्रम को समर्पित तिरंगा यात्रा ने पूरे नगर को गर्व और आत्मसम्मान से भर दिया। 22 मई की सुबह जब पंत पार्क से यह ऐतिहासिक यात्रा शुरू हुई, तो हर रास्ता “जय हिंद”, “भारत माता की जय” और “वंदे मातरम्” जैसे नारों से गूंज उठा। यात्रा तल्लीताल गांधी चौक तक पहुंची और इस दौरान नैनीताल की फिजाओं में देश के लिए समर्पण की भावना झलकती रही।
इस आयोजन का मकसद सिर्फ तिरंगे को लहराना नहीं था, बल्कि नई पीढ़ी के दिलों में देश के प्रति जिम्मेदारी और कर्तव्य का भाव जगाना था। हाथों में तिरंगा थामे स्कूल के बच्चों की आंखों में जो गर्व था, वह शब्दों में बयान करना मुश्किल है। बच्चों की यह भागीदारी बता रही थी कि राष्ट्रप्रेम सिर्फ किताबों तक सीमित नहीं है, बल्कि अब यह अगली पीढ़ी की धड़कनों में समा चुका है।
इस तिरंगा यात्रा का नेतृत्व विधायक सरिता आर्या ने किया। उन्होंने यात्रा के दौरान कहा कि यह आयोजन बच्चों के मन में देश के लिए समर्पण और बलिदान की भावना को पल्लवित करेगा। उन्होंने मिशन सिंदूर को भारतीय सेना की ताकत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संकल्प का प्रतीक बताया।
कार्यक्रम की सफलता में भाजपा के कार्यकर्ताओं का विशेष योगदान रहा। नितिन कार्की, विक्रम राठौर, मोहित साह, निखिल बिष्ट, आशीष बजाज, मनीष बवाड़ी, आशा आर्या, अंशु आर्या, भारत मेहरा, वाजदा आर्या, प्रखर रावत और अन्य कार्यकर्ताओं ने पूरी यात्रा की व्यवस्था को संभालते हुए इसे सफल बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
राज्य मंत्री शांति मेहरा, वरिष्ठ भाजपा नेत्री बिमला अधिकारी, मंडी परिषद के सलाहकार मनोज जोशी, सभासद लता दफोटी, राधा खोलिया, अरविंद पडियार, मोहित आर्या, भगवत रावत, मनोज जगाती, विकास जोशी समेत नगर के कई गणमान्य लोग इस ऐतिहासिक यात्रा के साक्षी बने।
नैनीताल आज सिर्फ एक यात्रा का गवाह नहीं बना, बल्कि यह दिन उस भावना का प्रतीक बन गया जो हर भारतीय के दिल में तिरंगे के लिए बसती है। यह सिर्फ एक आयोजन नहीं, बल्कि अगली पीढ़ी में राष्ट्रभक्ति की लौ जलाने वाला उत्सव था।