देहरादून, उत्तराखंड:
केदारनाथ-गौरीकुंड के बीच हुए हेलीकॉप्टर हादसे के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने त्वरित संज्ञान लेते हुए रविवार को सीएम आवास देहरादून में उच्च स्तरीय बैठक बुलाई। इस वर्चुअल बैठक में मुख्य सचिव आनंद वर्धन, आपदा प्रबंधन सचिव, युकाडा सीईओ, गढ़वाल आयुक्त सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
बैठक में मुख्यमंत्री ने प्रदेश में हेलीकॉप्टर दुर्घटनाओं को गंभीर चिंता का विषय बताते हुए हेली सेवाओं के संचालन को लेकर कड़े निर्देश जारी किए। उन्होंने कहा कि:
हेली सेवाओं की संचालन प्रक्रिया के लिए एक ठोस SOP (Standard Operating Procedure) तैयार की जाए।
SOP में हेलीकॉप्टर की तकनीकी स्थिति की पूरी जांच, और उड़ान से पहले मौसम की सटीक जानकारी अनिवार्य की जाए।
हेलीकॉप्टर दुर्घटनाओं की जांच के लिए गठित उच्च स्तरीय समिति पूर्व और वर्तमान सभी हादसों की हर पहलू से जांच करे।
मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को निर्देश दिए कि तकनीकी विशेषज्ञों की एक अलग समिति गठित की जाए, जो हेली संचालन की तकनीकी व सुरक्षा मानकों की गहन समीक्षा कर एक सुदृढ़ SOP तैयार करे। यह समिति यह सुनिश्चित करेगी कि भविष्य में हेली सेवाओं का संचालन सुरक्षित, पारदर्शी और मापदंडों के अनुसार हो।
सीएम धामी ने यह भी स्पष्ट किया कि तीर्थाटन, आपदा प्रबंधन और आपातकालीन सेवाओं में हेली सेवाओं की भूमिका अत्यधिक महत्वपूर्ण है, इसलिए इनमें सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी। साथ ही, किसी भी चूक के लिए जिम्मेदार संस्थाओं और व्यक्तियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।