देहरादून: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु उत्तराखंड के दौरे पर हैं और शुक्रवार को उन्होंने देहरादून स्थित राष्ट्रपति निकेतन में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में नैनीताल के ऐतिहासिक राजभवन के 125 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में एक विशेष डाक टिकट जारी किया।
इस अवसर पर उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेवानिवृत्त) भी उपस्थित रहे। उन्होंने राष्ट्रपति का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस ऐतिहासिक धरोहर को राष्ट्रीय स्मृति में स्थान दिलाना गौरव का विषय है।
नैनीताल का राजभवन ब्रिटिश कालीन गोथिक स्थापत्य कला का बेहतरीन उदाहरण माना जाता है। इसे बकिंघम पैलेस की तर्ज पर निर्मित किया गया था। इसमें 100 से अधिक कक्ष, एक विशिष्ट गोल्फ कोर्स, भव्य बागीचा, स्विमिंग पूल और नक्काशीदार दीवारें हैं जो इसकी भव्यता में चार चांद लगाते हैं। यह भवन देवदार और ओक के घने पेड़ों के बीच स्थित है, जिससे इसका प्राकृतिक सौंदर्य और भी निखरकर सामने आता है।
कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल ने राष्ट्रपति को ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ शीर्षक वाली एक विशेष कॉफी टेबल बुक भी भेंट की। यह पुस्तक राजभवन में मनाए जाने वाले विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्थापना दिवसों पर आधारित है।
राष्ट्रपति के इस दौरे को उत्तराखंड की सांस्कृतिक विरासत और ऐतिहासिक महत्व को राष्ट्रीय मंच पर स्थान दिलाने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है।