
उत्तरकाशी/देहरादून: उत्तराखंड में मानसून की दस्तक के साथ ही तबाही का मंजर देखने को मिल रहा है। उत्तरकाशी जिले में बीती रात बादल फटने की बड़ी घटना सामने आई है, जिसके बाद राहत और बचाव कार्य में तेजी लाई गई है। वहीं, लगातार हो रही बारिश और मौसम विभाग के रेड अलर्ट को देखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खुद स्थिति का जायजा लेने राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र पहुंचे।
तेज बारिश और भूस्खलन के चलते चारधाम यात्रा को अगले आदेश तक स्थगित कर दिया गया है। गंगोत्री और यमुनोत्री हाईवे पर भूस्खलन के चलते कई स्थानों पर रास्ते बाधित हैं। फिलहाल जेसीबी मशीनों से मलबा हटाने और मार्ग बहाल करने का काम जारी है।
आपातकालीन समीक्षा बैठक में सीएम धामी ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी जिलाधिकारी अलर्ट मोड में रहें पर्यटकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया जाए बंद हुए सड़क मार्गों को जल्द से जल्द खोला जाए भूस्खलन प्रभावित इलाकों में तत्काल राहत दल तैनात किए जाएं
उत्तरकाशी में कम से कम 7 ग्रामीण मोटर मार्ग बंद हो चुके हैं, जिन्हें खोलने की प्रक्रिया जारी है। वहीं यमुनोत्री हाईवे पर 5 जेसीबी मशीनों से रास्ता खोलने की कोशिशें की जा रही हैं। भूस्खलन और मलबे के कारण कई यात्री जगह-जगह फंसे हुए हैं, जिन्हें पुलिस और प्रशासन द्वारा रहने और भोजन की सुविधा दी जा रही है।
सीएम का ऐलान
मुख्यमंत्री धामी ने कहा, “मौसम विभाग का रेड अलर्ट बेहद गंभीर है। प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी कीमत पर लोगों की जान को खतरे में न पड़ने दें। हर जिले में रेस्क्यू टीमें और मशीनरी तैयार रखी गई है।“