नैनीताल: मानसून के चलते अब लोग गौला बैराज और नदी के आसपास घूमने नहीं जा सकेंगे। बढ़ते जलस्तर और जानमाल के खतरे को देखते हुए सिंचाई विभाग और पुलिस प्रशासन ने आपात बैठक कर यह निर्णय लिया है। रविवार को हुई बैठक में यह भी तय हुआ कि बैराज स्थित कैंटीन को सोमवार से बंद कर दिया जाएगा। यह कैंटीन ठेकेदारी आधार पर संचालित होती थी, जो अब अक्टूबर तक बंद रहेगी।
इन दिनों बड़ी संख्या में लोग काठगोदाम के गौला बैराज क्षेत्र में घूमने पहुंच रहे थे, लेकिन बार-बार मना करने के बावजूद लोग नदी के किनारे जा रहे थे। पर्वतीय क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण गौला नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है, जिससे खतरा और बढ़ गया है। सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता मनोज तिवारी ने बताया कि लोगों की जान जोखिम में न आए, इसके लिए यह सख्त कदम उठाना जरूरी था।
शीतलाहाट प्लांट की जलापूर्ति भी प्रभावित
लगातार बारिश का असर मैदानी क्षेत्रों पर भी दिखने लगा है। रविवार सुबह 8:30 बजे गौला हेड से शीतलाहाट प्लांट की जलापूर्ति बंद हो गई, जिससे काठगोदाम, चांदमारी, नई बस्ती, बद्रीपुरा और कॉल टैक्स क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति ठप हो गई। करीब 2500 लोग इससे प्रभावित हुए और जल संस्थान ने टैंकरों के माध्यम से पानी बांटा।
बढ़ते जलस्तर के कारण खोला गया बैराज का गेट
शनिवार की शाम गौला नदी का जलस्तर 375 क्यूसेक था, जो रविवार को दोपहर तक 933 क्यूसेक पहुंच गया। इस वजह से बैराज का एक गेट खोलना पड़ा। शाम तक जलस्तर 720 क्यूसेक पर पहुंच गया था। स्थिति पर लगातार निगरानी रखी जा रही है।
रकसिया नाले पर चेतावनी बोर्ड लगाया गया
दिनभर हुई बारिश के कारण नाले और नदियों के उफान पर आने की आशंका को देखते हुए नगर आयुक्त ऋचा सिंह ने विभिन्न क्षेत्रों का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि रकसिया नाले पर चेतावनी बोर्ड लगाया गया है, जिसमें नाले के ओवरफ्लो होने पर उसे पार न करने की सख्त हिदायत दी गई है।
बारिश से जलभराव, लेकिन गर्मी से राहत