
रिपोर्टर गुंजन मेहरा..
नैनीताल: जिला मुख्यालय से महज 9 किलोमीटर की दूरी पर स्थित सौलिया और तल्ला कुण गांव के ग्रामीणों ने वर्षों से लंबित सड़क, पुल, बिजली पोल, जलापूर्ति और आपदा मुआवजे जैसी बुनियादी समस्याओं को लेकर आगामी पंचायती चुनाव के बहिष्कार का ऐलान कर दिया था। ग्रामीणों ने कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, वे वोट नहीं देंगे।
यह मामला जिलाधिकारी वंदना सिंह के संज्ञान में आते ही गंभीरता से लिया गया। उन्होंने एसडीएम नवाज़िश खलिक, लोक निर्माण विभाग के ए.एक्स.एन. रत्नेश सक्सेना, जल संस्थान के एई डी.एस. बिष्ट, सिंचाई विभाग के एई मनमोहन बिष्ट समेत संबंधित विभागों की संयुक्त टीम को गांव भेजा।
टीम ने पैदल यात्रा कर गांव का स्थलीय निरीक्षण किया और ग्रामीणों से संवाद कर उनकी समस्याएं जानीं। इस दौरान ग्रामीण किरन, ज्योति बिष्ट, लक्षिता, मनराल व अन्य ने साफ तौर पर कहा कि वर्षों से उन्हें सिर्फ आश्वासन मिलते आए हैं, लेकिन आज तक ज़मीन पर कोई ठोस काम नहीं हुआ।
एसडीएम नवाज़िश खलिक ने ग्रामीणों को समझाते हुए कहा कि बरसात और पंचायत चुनाव की आचार संहिता के चलते अगले तीन महीने के भीतर कार्य की शुरुआत नहीं हो सकती, लेकिन जैसे ही मौसम और कानूनी प्रक्रिया (जैसे फॉरेस्ट एनओसी) पूरी होगी, सड़क निर्माण व अन्य कार्य तत्काल शुरू कर दिए जाएंगे।
प्रशासन के इस आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने फिलहाल के लिए चुनाव बहिष्कार वापस ले लिया, लेकिन चेताया कि यदि तय समयसीमा में कार्य शुरू नहीं हुआ, तो वे सड़क पर उतरकर आंदोलन करने को बाध्य होंगे।
एसडीएम नवाज़िश खलिक ने मौके पर ही माना कि ग्रामीणों की समस्याएं बिल्कुल वास्तविक और गंभीर हैं। उन्होंने कहा कि यह रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंपी जाएगी और तीन महीने की समयसीमा के भीतर कार्यवाही सुनिश्चित करने का हरसंभव प्रयास किया जाएगा।