
नैनीताल: उत्तराखंड की सांस्कृतिक विरासत को दर्शाने वाला प्रसिद्ध नंदा देवी महोत्सव इस बार नई भव्यता और रूपरेखा के साथ 28 अगस्त से 5 सितंबर तक मनाया जाएगा। इस आयोजन में पारंपरिक लोकसंस्कृति, स्थानीय हस्तशिल्प, और पहाड़ी व्यंजन प्रमुख आकर्षण होंगे।
इस वर्ष मेले की थीम वोकल फॉर लोकल रखी गई है, जिसके अंतर्गत स्थानीय उत्पादों, लोक कलाओं, और पारंपरिक खानपान को प्राथमिकता दी जाएगी। राज्य के विभिन्न जिलों से लोक कलाकार इस आयोजन में भाग लेंगे। हस्तशिल्प, हथकरघा और स्थानीय उत्पादों की विशेष प्रदर्शनी लगाई जाएगी, प्लास्टिक पर पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा, मेले के दौरान सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जाएगी, दो मजिस्ट्रेट उपजिलाधिकारी नैनीताल व धारी मेले की निगरानी में तैनात रहेंगे, बेहतर प्रबंधन के लिए बेहतर स्टॉल को पुरस्कार भी दिया जाएगा।
व्यवस्थाओं की तैयारी शुरू
जिलाधिकारी वंदना की अध्यक्षता में हुई बैठक में विभिन्न विभागों को व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।
नगर पालिका को सजावट, विद्युत व्यवस्था, और साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने को कहा गया, डोला मार्ग व मेला स्थल पर समतलीकरण और विद्युत लाइनों की मरम्मत के निर्देश भी दिए गए, स्वास्थ्य विभाग को मेले में मेडिकल कैम्प लगाने को कहा गया, ई-टॉयलेट, पेयजल, अग्निशमन, पुलिस बल और ट्रैफिक कंट्रोल की योजना भी तैयार की गई है।
शोभायात्रा के दिन ट्रैफिक व्यवस्था बनाए रखने के लिए हल्द्वानी, भवाली और अन्य मार्गों पर शटल सेवाएं संचालित की जाएंगी, ताकि दर्शनार्थियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
सभी विभागों को सौंपे गए जिम्मेदारियां
नगर पालिका, विद्युत विभाग, स्वास्थ्य विभाग, सूचना विभाग, पर्यटन विभाग और परिवहन विभाग को आवश्यक कार्यों की जिम्मेदारी दी गई है। मेला आयोजन में राम सेवक सभा, व्यापार मंडल, और होटल एसोसिएशन सहित कई सामाजिक संगठनों की भी भागीदारी रहेगी।