
नैनीताल/भवाली: नैनीताल और भवाली में लगातार बढ़ती पर्यटकों की भीड़ और वाहनों के दबाव को देखते हुए अब इन दोनों जगहों की धारण क्षमता (कैरिंग कैपेसिटी) का सर्वे कराया जाएगा। शासन ने इस कार्य की जिम्मेदारी उत्तराखंड पर्यटन विकास बोर्ड (UTDB) को सौंपी है। साथ ही बाबा नीब करौरी कैंची धाम को भी इस सर्वे में शामिल किया गया है। सर्वे के तहत नैनीताल और भवाली मार्ग पर कैमरे लगाए जाएंगे ताकि वाहनों की आवाजाही और पर्यटकों की संख्या का सटीक आंकलन किया जा सके। जरूरत पड़ने पर पर्यटकों के लिए पंजीकरण प्रणाली लागू की जा सकती है, जिससे एक तय संख्या से अधिक पर्यटकों को आने से रोका जा सके।
गर्मियों में नैनीताल में रोजाना औसतन 7500 चार पहिया वाहन पहुंचते हैं। प्रत्येक वाहन में चार यात्री माने जाएं तो यह संख्या 30,000 से अधिक हो जाती है। अत्यधिक दबाव की स्थिति में प्रशासन रूसी बाईपास पर होटल बुकिंग रहित वाहनों को रोककर शटल सेवा से शहर भेजता है। बाबा नीब करौरी महाराज के कैंचीधाम में श्रद्धालुओं की लगातार बढ़ती संख्या ने भवाली नगर पर भी अतिरिक्त भार डाल दिया है। ऐसे में वहां भी निगरानी और सर्वे जरूरी हो गया है। कैमरे लगाकर वाहनों की संख्या की गणना की जाएगी। नैनीताल में पर्यटन विभाग में पंजीकृत 320 होटल व होम स्टे हैं, जिनमें लगभग 4,500 कमरे हैं। परंतु, केवल 92 होटलों में पार्किंग की सुविधा उपलब्ध है। इन होटलों में मात्र 1,330 वाहन ही पार्क हो सकते हैं। बाकी पर्यटकों को वाहन पार्किंग के लिए शहर के बाहर या दूरवर्ती क्षेत्रों में जाना पड़ता है।