
नैनीताल: नगर पालिका सभासदों और पुलिस के बीच हुए विवाद ने शुक्रवार को तूल पकड़ लिया। एक शिकायत को लेकर कोतवाली पहुंचे सभासदों ने आरोप लगाया कि पुलिस कर्मियों ने न केवल उनका शिकायती पत्र लेने से इनकार किया, बल्कि उनके साथ अभद्रता भी की। इस मामले में कार्रवाई की मांग को लेकर सभासद पालिकाध्यक्ष डॉ. सरस्वती खेतवाल की मौजूदगी में कोतवाली परिसर में धरने पर बैठ गए।
जानकारी के मुताबिक, गुरुवार शाम पालिका सभासद पूरन सिंह बिष्ट कुछ अन्य सभासदों के साथ कोतवाली पहुंचे थे और एक शिकायत दर्ज कराने का प्रयास किया। लेकिन उनका आरोप है कि ड्यूटी पर तैनात एक पुलिसकर्मी ने न तो शिकायती पत्र लिया और न ही उसकी रिसीविंग दी। इस पर दोनों पक्षों में कहासुनी हो गई, जिसके बाद सभासद लौट गए।
घटना से नाराज सभासदों ने शुक्रवार को कोतवाली परिसर में विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। प्रदर्शन में पूरन सिंह बिष्ट के साथ सपना बिष्ट, मुकेश जोशी, मनोज साह जगाती, जितेंद्र पांडे, गजाला कमाल, भगवत सिंह रावत, रमेश प्रसाद, सुरेंद्र कुमार, अंकित चंद्रा सहित कई अधिवक्ता और व्यापारी संगठन के प्रतिनिधि भी शामिल हुए।
सभासदों ने कोतवाल को शिकायती पत्र सौंपते हुए आरोपित पुलिस कर्मी के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की। जब वार्ता से समाधान नहीं निकला, तो सभी धरने पर बैठ गए। धरने के दौरान सभा में बहस तेज हो गई, और जब सभासदों ने पुलिस कर्मी पर सीधे आरोप लगाने शुरू किए, तो उस पुलिस कर्मी की तबीयत अचानक बिगड़ गई। उसे तत्काल जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसका उपचार चल रहा है।
मौके पर पहुंचे अधिकारी
स्थिति को गंभीर होता देख सीओ प्रमोद कुमार शाह मौके पर पहुंचे और सभासदों से बातचीत की। पालिकाध्यक्ष डॉ. सरस्वती खेतवाल और पालिका के अन्य कर्मचारी भी धरने का समर्थन करते हुए कोतवाली पहुंच गए। सीओ प्रमोद शाह ने बताया कि सभासदों ने पुलिस कर्मियों पर दुर्व्यवहार का आरोप लगाया है। मामले की प्राथमिकता से जांच की जा रही है, और जो भी तथ्य सामने आएंगे, उनके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।