
उत्तरकाशी:उत्तरकाशी ज़िले के धराली गांव में खीरगंगा नदी में अचानक आई विनाशकारी बाढ़ ने पूरे इलाके को तबाह कर दिया। गंगोत्री यात्रा के प्रमुख पड़ाव में शामिल यह गांव अब मलबे में तब्दील हो चुका है। बाढ़ की चपेट में आकर कई घर, होटल, लॉज और रेस्टोरेंट ढह गए हैं। अब तक लगभग 50 से अधिक लोगों के लापता होने की आशंका है, जबकि कई की मौत की पुष्टि की जा रही है।
बचाव कार्य के लिए सेना, एनडीआरएफ और आईटीबीपी की टीमें लगातार राहत कार्यों में जुटी हैं। ब्रिगेड कमांडर ब्रिगेडियर मंदीप ढिल्लों ने बताया कि सेना की टुकड़ी महज 10 मिनट में घटनास्थल पर पहुंच गई और अब तक 20 ग्रामीणों को सुरक्षित निकाला जा चुका है। घायलों का उपचार स्थानीय अस्पतालों में जारी है।
मौसम विभाग ने उत्तरकाशी में 6 अगस्त को भारी बारिश और बिजली गिरने की चेतावनी दी है। इसके चलते प्रशासन ने जिले के सभी सरकारी, गैर-सरकारी स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्रों में अवकाश घोषित कर दिया है। प्रशासन द्वारा नदी किनारे रहने वाले लोगों को सतर्क करते हुए सुरक्षित स्थानों पर पहुंचने की अपील की जा रही है।
जिले के अस्पतालों में घायलों के इलाज के लिए व्यवस्थाएं पूरी कर ली गई हैं। एम्स ऋषिकेश और दून अस्पताल में भी अतिरिक्त बेड आरक्षित किए गए हैं। भटवाड़ी और हर्षिल पीएचसी सहित स्थानीय चिकित्सा केंद्र अलर्ट पर हैं।
एनडीआरएफ के डीआईजी मोहसेन शहीदी ने बताया कि तीन टीमें घटनास्थल के लिए रवाना हो चुकी हैं, प्रत्येक टीम में 35 सदस्य हैं। दिल्ली, देहरादून और गंगोत्री से कुल 150 से अधिक जवानों को राहत व बचाव कार्यों के लिए भेजा गया है। SDRF और ITBP की टीमें भी लगातार बचाव कार्यों में लगी हैं।