
उत्तरकाशी: उत्तरकाशी के धराली गांव और हर्षिल स्थित सेना कैंप में मंगलवार को आई आपदा के बाद राहत व बचाव कार्य अब तेज़ हो गया है। बुधवार को मौसम साफ होते ही सेना, आईटीबीपी और एसडीआरएफ की टीमें हेलिकॉप्टर के ज़रिए सक्रिय हो गईं। खोज अभियान के दौरान दो और शव बरामद किए गए हैं, जिससे मृतकों की संख्या अब छह हो चुकी है। वहीं, हर्षिल में मलबे में फंसे 13 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है, जिनमें 11 सेना के जवान शामिल हैं।
जिला प्रशासन ने बताया कि सेना के 10 जवानों सहित कुल 20 लोग अब भी लापता हैं। इनमें धराली के आठ स्थानीय युवक और दो नेपाली नागरिक भी शामिल हैं। इस संख्या में और बढ़ोतरी की आशंका जताई जा रही है। राहत कार्यों में तेजी लाने के लिए सेना के हेलिकॉप्टरों से भारी मशीनरी और राहत सामग्री मौके पर पहुंचाई जा रही है।
हालांकि, कई जगहों पर भूस्खलन और चट्टानें गिरने के कारण रास्ते अब भी बंद हैं, जिससे ज़मीनी राहत कार्यों में बाधाएं आ रही हैं। भटवाड़ी हेलीपैड से हेलिकॉप्टर के जरिए राहत सामग्री धराली भेजी जा रही है। गंगोत्री हाईवे की हालत भी गंभीर बनी हुई है।
मंगलवार को बादल फटने की घटना में धराली गांव के कई होटल और रेस्टोरेंट मलबे में तब्दील हो गए थे। पहले दिन मौसम और रास्तों की स्थिति के कारण टीमें घटनास्थल तक नहीं पहुंच पाईं, लेकिन बुधवार को हालात बेहतर होते ही हेलिकॉप्टरों ने उड़ान भरी और राहत टीमें मौके पर जुट गईं।
सीएम धामी ने किया हवाई निरीक्षण, ज़मीन पर भी डटे रहे
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को ग्राउंड जीरो पहुंचकर आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। उन्होंने हवाई निरीक्षण कर नुकसान का जायजा लिया और स्थानीय लोगों से मुलाकात कर हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। सीएम रातभर उत्तरकाशी में रुके और अधिकारियों को रेस्क्यू ऑपरेशन में तेजी लाने के निर्देश दिए।