
उत्तर प्रदेश के बरेली जिले के किला थाना क्षेत्र के मोहल्ला बाकरगंज में शुक्रवार को एक अवैध मांझा फैक्टरी में भीषण विस्फोट हो गया। इस हादसे में फैक्टरी मालिक सहित तीन लोगों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। धमाका इतना जोरदार था कि आसपास के घरों की खिड़कियां तक चटक गईं और इसकी गूंज तीन किलोमीटर दूर तक सुनाई दी।
जानकारी के अनुसार, फैक्टरी में पतंगबाजी के लिए प्रतिबंधित सिंथेटिक मांझा तैयार किया जा रहा था। इसके निर्माण में गंधक, पोटाश, कांच और लोहे के बुरादे का इस्तेमाल किया जा रहा था। शुक्रवार सुबह जब यह मिश्रण तैयार किया जा रहा था, तभी अचानक एक भीषण विस्फोट हो गया। धमाके की चपेट में आकर फैक्टरी मालिक अतीक रजा खां (51), फैजान (26) और सरताज (24) की मौके पर ही मौत हो गई।
विस्फोट के बाद पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम ने जांच शुरू कर दी। पुलिस ने फैक्टरी के अंदर रखे कच्चे माल को सीज कर लिया है और वहां लगे सीसीटीवी फुटेज को कब्जे में ले लिया है। हालांकि, धमाके के समय बिजली गुल होने के कारण कोई फुटेज रिकॉर्ड नहीं हो पाया।
प्रशासनिक जांच में सामने आया है कि यह फैक्टरी पूरी तरह अवैध रूप से संचालित हो रही थी। अग्निशमन विभाग से इसके लिए कोई एनओसी (अनापत्ति प्रमाणपत्र) नहीं लिया गया था। मौके पर पहुंचे सीएफओ चंद्रमोहन शर्मा ने बताया कि यह फैक्टरी संकरी गली में स्थित थी, जहां सुरक्षा मानकों का बिल्कुल भी पालन नहीं किया गया था।
फॉरेंसिक टीम ने मौके से विस्फोट में इस्तेमाल किए गए पदार्थों के नमूने एकत्र किए हैं। जांच रिपोर्ट आने के बाद यह स्पष्ट होगा कि धमाके की असली वजह क्या थी। पुलिस इस मामले में केस दर्ज कर आगे की कार्रवाई कर रही है।