नैनीताल:हल्द्वानी और नैनीताल जिले के लोग जिस घी, पनीर और मसाले को शुद्ध समझकर इस्तेमाल कर रहे हैं, वो अब सेहत के दुश्मन बन चुके हैं। हाल ही में खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा की गई जांच में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। विभाग की ओर से लिए गए खाद्य पदार्थों के सैंपल में देसी घी, पनीर और मसाले तक फेल पाए गए हैं। इनमें से आठ नमूने असुरक्षित घोषित किए गए हैं, जबकि 52 नमूनों की गुणवत्ता बेहद घटिया पाई गई है।
खाद्य सुरक्षा अधिकारी संजय कुमार ने बताया कि विभाग लगातार कार्रवाई कर रहा है। पिछले कुछ समय में मसालों और घी के सैंपल लिए गए थे, जिनमें से तीन कंपनियों के मसाले मानकों पर खरे नहीं उतरे। यही नहीं, एक पनीर और एक देसी घी का नमूना भी जांच में फेल हो गया। सबसे चिंता की बात ये है कि ये नमूने राज्य की लैब में ही नहीं, बल्कि सेंट्रल लैब में भी फेल साबित हुए हैं।
वित्तीय वर्ष 2024-25 के दौरान विभाग ने 404 कानूनी सैंपल लिए, जिनमें से 39 घटिया गुणवत्ता के और 8 असुरक्षित पाए गए। इसके अलावा 535 सर्वे सैंपल में से 13 की गुणवत्ता ठीक नहीं थी। इन मामलों में अब एडीएम कोर्ट के ज़रिए जुर्माने की प्रक्रिया चल रही है।
खाद्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, अब तक 9 लाख 78 हजार रुपए का जुर्माना वसूला जा चुका है, लेकिन अभी भी कोर्ट में 370 मामले लंबित हैं। साथ ही, 3 गंभीर मामलों को सीजेएम कोर्ट में भेजा गया है।
अधिकारी संजय कुमार ने स्पष्ट किया कि आम लोगों की सेहत से किसी भी तरह का समझौता नहीं किया जाएगा। विभाग की कोशिश है कि हर घर तक सिर्फ शुद्ध और सुरक्षित खाद्य सामग्री पहुंचे। इसलिए आने वाले समय में और भी सख्ती से सैंपलिंग और छापेमारी की कार्रवाई की जाएगी।