उत्तरकाशी: उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धराली गांव में मंगलवार को बादल फटने से आई प्राकृतिक आपदा के बाद बुधवार को भी राहत और बचाव कार्य जारी है। सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और स्थानीय पुलिस की टीमों द्वारा युद्धस्तर पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
प्रदेश में बीते 48 घंटे से लगातार हो रही मूसलधार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है और धराली जैसी घटनाएं शासन-प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बन गई हैं। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए आपदा प्रभावित क्षेत्रों में आईएएस और आईपीएस अधिकारियों की तैनाती की गई है, साथ ही स्वास्थ्य विभाग की ओर से डॉक्टरों की 11 सदस्यीय टीम को धराली रवाना कर दिया गया है।
अब तक धराली आपदा में चार लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है जबकि 20 से अधिक लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू किया गया है। कई लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं। सेना के जनसंपर्क अधिकारी मनीष श्रीवास्तव के अनुसार, स्थानीय आर्मी कैंप को भी नुकसान पहुंचा है और कुछ सैनिकों के लापता होने की भी सूचना है।
गंगोत्री हाईवे बंद, सड़कों पर भारी नुकसान
लगातार बारिश के कारण गंगोत्री नेशनल हाईवे पर नेताला और मनेरी-ओंगी के बीच नदी का कटाव जारी है। भटवाड़ी के पापड़गाड़ में सड़क धंसी हुई है और आज मार्ग खुलने की संभावना नहीं है। जनपद के अन्य कई क्षेत्रों में भी भूस्खलन और सड़कें धंसने की घटनाएं सामने आ रही हैं। राज्य सरकार ने तत्काल राहत एवं बचाव कार्यों के लिए राज्य आपदा मोचन निधि से 20 करोड़ रुपये की धनराशि जारी कर दी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज धराली पहुंचकर हालात का जायजा लेंगे और प्रभावितों से मुलाकात करेंगे। इससे पहले मंगलवार को उन्होंने आंध्र प्रदेश दौरा बीच में छोड़कर देहरादून लौटते ही आपातकालीन परिचालन केंद्र पहुंचकर आपदा की समीक्षा की थी।