
हल्द्वानी: नैनीताल जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव में मचे बवाल के बीच शुक्रवार शाम एक नया मोड़ आ गया। गुरुवार 14 अगस्त को हुए मतदान के दौरान कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि उनके समर्थित पाँच जिला पंचायत सदस्यों को भाजपा नेताओं और दबंगों ने हथियारों के बल पर अगवा कर लिया है। दूसरी ओर, भाजपा ने भी कांग्रेस पर ऐसा ही आरोप लगाया था। इन आरोप-प्रत्यारोपों से माहौल गरमाया रहा और मामला नैनीताल हाईकोर्ट तक पहुँच गया।
शुक्रवार देर शाम लापता बताए जा रहे सभी पाँचों सदस्य अचानक वीडियो संदेश के ज़रिए सामने आए। वीडियो में उन्होंने कहा कि उन्हें अपहरण की बात मीडिया और सोशल मीडिया से ही पता चली, जबकि सच्चाई यह है कि वे अपनी मर्ज़ी से घूमने निकले हैं और पूरी तरह सुरक्षित हैं। उन्होंने लोगों से अपहरण की अफ़वाहों पर ध्यान न देने की अपील भी की।
बता दें कि गुरुवार को हुए मतदान के दौरान हुए हंगामे के बाद कांग्रेस ने चुनाव स्थगित करने की माँग की थी। हाईकोर्ट ने मामले की गंभीरता को देखते हुए चुनाव प्रक्रिया पर रोक लगाने का आदेश दिया था। हालांकि जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि मतदान और मतगणना पूरी हो चुकी है, लेकिन परिणाम कोर्ट के आदेश के बाद ही घोषित किया जाएगा। अब इस मामले पर अगली सुनवाई सोमवार, 18 अगस्त को होगी।
इससे पहले, शुक्रवार को ही कांग्रेस ने हल्द्वानी में एसएसपी कार्यालय पर धरना-प्रदर्शन कर कार्रवाई की माँग उठाई थी।