
देहरादून: उत्तराखंड में चारधाम यात्रा की तैयारियां जोरों पर हैं। इस वर्ष यात्रा को अधिक सुरक्षित और सुविधाजनक बनाने के लिए प्रशासन ने कई अहम कदम उठाए हैं। यात्रा की शुरुआत 30 अप्रैल से होगी, जब गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोले जाएंगे। इसके बाद 2 मई को केदारनाथ और 4 मई को बदरीनाथ धाम के कपाट खुलेंगे।
इस बार की यात्रा में एक बड़ा बदलाव यह है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से निगरानी की जाएगी। प्रशासन ने यात्रा मार्गों पर 30 अत्याधुनिक AI-आधारित कैमरे लगाए हैं, जो कंट्रोल रूम को लाइव डेटा भेजेंगे। यदि कोई वाहन बिना रजिस्ट्रेशन या अनुमति के यात्रा मार्ग पर आता है, तो इसकी सूचना तुरंत चेक पोस्ट को मिल जाएगी, जिसके बाद ऐसे वाहनों को वहीं से वापस भेज दिया जाएगा। नोडल अधिकारी लोकजीत सिंह ने बताया कि इस आधुनिक निगरानी प्रणाली के लिए पर्यटन विभाग से भी बातचीत की जा रही है, ताकि यात्रा के दौरान किसी भी प्रकार की अव्यवस्था न हो।
चारधाम यात्रा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण मार्च में शुरू होगा। इसके लिए सरकार ने एक विशेष वेबसाइट तैयार की है, जहां यात्री अपना रजिस्ट्रेशन कर सकेंगे। पंजीकरण के लिए आधार कार्ड अनिवार्य किया गया है। इसके अलावा, ऑफलाइन पंजीकरण यात्रा शुरू होने से 10 दिन पहले खोले जाएंगे, जिससे उन लोगों को भी सुविधा मिल सके जो डिजिटल माध्यम से रजिस्ट्रेशन नहीं कर सकते।
यात्रा मार्गों को बेहतर बनाने के लिए सरकार ने सड़क सुधार कार्यों के निर्देश भी दिए हैं। चारों धामों में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए बुनियादी ढांचे को मजबूत किया जा रहा है। सरकार चाहती है कि इस