
हल्द्वानी: हल्द्वानी के ट्रांसपोर्ट नगर की लगातार मिल रही अव्यवस्थाओं की शिकायतों के बाद आयुक्त/सचिव (मा. मुख्यमंत्री) दीपक रावत ने शुक्रवार को क्षेत्र का सतर्क निरीक्षण किया। मौके पर नगर निगम, परिवहन, जल संस्थान, बिजली, एडीबी, जीएसटी और पुलिस विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।
निरीक्षण के दौरान सबसे पहले प्लॉट आवंटन और उपयोग की स्थिति की समीक्षा की गई। आयुक्त ने पाया कि कई वर्कशॉप संचालकों को ट्रांसपोर्ट नगर में प्लॉट मिलने के बावजूद वे शहर के अन्य हिस्सों में कारोबार कर रहे हैं, जिससे ट्रैफिक और अव्यवस्थाएं बढ़ रही हैं। इस पर उन्होंने ऐसे संचालकों को नोटिस जारी कर तय समय में स्थानांतरित न होने पर सीलिंग की कार्रवाई के निर्देश दिए।

आयुक्त ने अधिकारियों से रिक्त प्लॉटों की जानकारी ली और कहा कि जो प्लॉट खाली हैं, उन्हें प्राथमिकता के आधार पर उन वर्कशॉप्स को आवंटित किया जाए, जो अभी शहर के अन्य हिस्सों में चल रही हैं, ताकि सभी इकाइयों को एक स्थान पर लाकर व्यवस्था सुधारी जा सके।
आयुक्त ने पार्किंग व्यवस्था की समीक्षा करते हुए पुराने और लंबे समय से खड़े वाहनों को जल्द नीलाम करने को कहा। उन्होंने स्पष्ट किया कि अब कोई भी वाहन बिना शुल्क पार्क नहीं किया जाएगा। उपयोगकर्ताओं से बातचीत कर शुल्क तय करें और 15 दिन में व्यवस्था लागू करें, ऐसा निर्देश दिया गया।
108 एंबुलेंस की खराब हालत पर नाराज़गी
निरीक्षण के दौरान परिसर में खड़ी 108 एंबुलेंस की हालत देखकर आयुक्त ने नाराज़गी जताई। लॉगबुक जांच में पाया गया कि वाहन 4 लाख किलोमीटर से भी अधिक चला है। उन्होंने परिवहन विभाग को कुमाऊं मंडल की सभी 108 एंबुलेंस का डेटा 3 दिन में प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
साफ-सफाई, सुरक्षा और अवैध गतिविधियों पर भी सख्ती
लावारिस और क्षतिग्रस्त गाड़ियों को हटाने,
चोक नालियों की सफाई के लिए तुरंत टेंडर जारी करने,
टूटी बाउंड्री वॉल की मरम्मत,
पीने के पानी और बिजली व्यवस्था को सुधारने,
सीसीटीवी और एंटी-थेफ्ट उपाय लागू करने जैसे निर्देश भी दिए गए।
कुछ प्लॉटों पर रात के समय बिना बिल के माल आने की शिकायतें मिली थीं। इस पर आयुक्त ने जीएसटी विभाग को सतर्कता बढ़ाने और जांच तेज करने को कहा।
अंत में आयुक्त दीपक रावत ने स्पष्ट किया कि ट्रांसपोर्ट नगर को सुव्यवस्थित, सुरक्षित और उपयोगकर्ता-केंद्रित बनाना प्रशासन की प्राथमिकता है। उन्होंने सभी विभागों को चेतावनी दी कि किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
निरीक्षण के दौरान नगर आयुक्त ऋचा सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट गोपाल सिंह चौहान, और अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।