
हल्द्वानी: रक्षाबंधन के पावन अवसर पर हल्द्वानी जेल में एक अनोखा और भावुक दृश्य देखने को मिला। कुमाऊं कमिश्नर एवं मुख्यमंत्री सचिव दीपक रावत ने शनिवार को महिला बंदियों के साथ यह त्योहार मनाकर भाई-बहन के रिश्ते को एक नया आयाम दिया। उनके साथ उनकी धर्मपत्नी विजेता रावत, जेल अधीक्षक प्रमोद पांडेय और जेल का पूरा स्टाफ मौजूद रहा।
दीपक रावत ने महिला बंदियों से राखी बंधवाई और उन्हें आशीर्वाद देते हुए उनकी परेशानियां भी सुनीं। उन्होंने भरोसा दिलाया कि जहां तक संभव होगा, उनकी मदद की जाएगी। रावत ने बताया कि इस बार कई महिला बंदियों के भाई उनसे मिलने नहीं आ पाए, ऐसे में उनकी भावनाओं को समझते हुए वे खुद जेल पहुंचे ताकि वे इस पर्व की खुशियां साझा कर सकें।
इस मौके पर उन्होंने हल्द्वानी जेल का निरीक्षण भी किया। उन्होंने देखा कि महिला और पुरुष बंदी जेल परिसर में पेंटिंग, बढ़ईगिरी और अन्य उत्पादक कार्यों में जुटे हैं, जिनसे उन्हें न केवल आर्थिक लाभ हो रहा है बल्कि डिप्लोमा प्रमाणपत्र भी मिल रहा है। ये कौशल उनके रिहा होने के बाद आत्मनिर्भर जीवन शुरू करने में मदद करेंगे।
कुमाऊं कमिश्नर ने इन पहलों की सराहना करते हुए कहा कि ऐसी गतिविधियां बंदियों को समाज की मुख्यधारा में लौटाने में अहम भूमिका निभाती हैं।