
नैनीताल: लगातार हो रही बारिश और भूस्खलन की चुनौतियों को देखते हुए सोमवार को जिलाधिकारी वंदना ने रूसी बाइपास क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण किया। यह दौरा विशेष रूप से लोक निर्माण विभाग द्वारा वहां किए जा रहे ड्रेनेज सुधार और सड़क मरम्मत कार्यों की समीक्षा के लिए था।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता रत्नेश सक्सेना को निर्देशित किया कि जल निकासी की व्यवस्था के तहत बनाए जा रहे कलवर्ट और नालियों की गुणवत्ता और फिनिशिंग पर विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने कहा कि कार्य की नियमित निगरानी ज़रूरी है ताकि निर्माण कार्यों की गुणवत्ता में कोई समझौता न हो।
उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि कार्य की गुणवत्ता खराब पाई जाती है, तो संबंधित अधिकारी के साथ-साथ ठेकेदार की भी जिम्मेदारी तय की जाएगी। इसके अलावा उन्होंने सड़क किनारे पार्किंग के लिए विधिवत मार्किंग और रोड साइड फर्नीचर विकसित करने के भी निर्देश दिए।
इस मौके पर जिलाधिकारी ने एक नई पहल की घोषणा करते हुए जिला पंचायत को निर्देशित किया कि रूसी बाइपास से नैनीताल तक ई-वाहन शटल सेवा शुरू करने की प्रक्रिया अभी से प्रारंभ कर दी जाए। इसके लिए टैण्डर प्रक्रिया जल्द शुरू करने को कहा गया है। प्रस्तावित योजना के अनुसार इस रूट पर जिला पंचायत, परिवहन विभाग के सहयोग से इलेक्ट्रिक वाहन आधारित शटल सेवा शुरू करेगी, जिससे पर्यटकों और स्थानीय लोगों को बेहतर व पर्यावरण मित्र यातायात विकल्प मिलेगा। इस सेवा से होने वाली आय को रूसी बाइपास पर पार्किंग सुविधाओं के रखरखाव में इस्तेमाल किया जाएगा।
इसके साथ ही जिलाधिकारी ने तल्लीताल डाट क्षेत्र में चल रहे सड़क चौड़ीकरण कार्यों का भी जायज़ा लिया। उन्होंने अधिशासी अभियंता को निर्देशित किया कि शेष कार्य समयसीमा के भीतर पूरे किए जाएं। उन्होंने स्पष्ट किया कि ये सभी कार्य क्षेत्रीय जनता और पर्यटकों की सुविधा के लिए किए जा रहे हैं और इनमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
निरीक्षण के दौरान उपजिलाधिकारी नैनीताल नवाज़िश खलीक, जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी महेश बिश्नोई, और लोक निर्माण विभाग के अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।