
रिपोर्टर गुंजन मेहरा..
नैनीताल: ज़िले से कुछ ही किलोमीटर दूर स्थित सौलिया और तल्ला कूण गांव वर्षों से विकास की मुख्यधारा से कटे हुए हैं। सबसे बड़ी समस्या यहां पक्की सड़क के अभाव की है। लंबे समय से सड़क की मांग कर रहे ग्रामीणों ने अब पंचायत चुनाव 2025 के बहिष्कार का निर्णय लिया है। उनका साफ कहना है जब तक रोड नहीं तब तक वोट नहीं | ग्रामीणों का आरोप है कि चुनाव के समय नेता वादे तो करते हैं, लेकिन जीतने के बाद कोई भी सुध नहीं लेता। क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं, परिवहन और शिक्षा पर सड़क की कमी का गहरा असर है। गर्भवती महिलाएं, बुजुर्ग, छात्र सभी को उबड़-खाबड़ रास्तों से होकर गुजरना पड़ता है।
ग्रामीणों के इस फैसले के बाद नैनीताल की जिलाधिकारी वंदना सिंह ने मामले का संज्ञान लिया है। उन्होंने बताया कि इस मुद्दे पर पीडब्ल्यूडी विभाग की एक टीम को गांव में भेजा जाएगा, जो मौके पर जाकर जांच करेगी। तात्कालिक राहत के रूप में कुछ आवश्यक कार्य जल्द शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं, जबकि दीर्घकालिक समाधान के लिए स्थायी सड़क का सर्वेक्षण करवाया जाएगा। जिलाधिकारी ने कहा कि सभी संभावित राहत कार्यों को अलग-अलग विभागों के सहयोग से शीघ्र शुरू किया जाएगा।