
हल्द्वानी। शहर में पिछले नौ दिनों के भीतर दो अलग-अलग हत्या की घटनाओं ने माहौल को अशांत कर दिया है। 31 जुलाई को मुखानी क्षेत्र स्थित एक योगा सेंटर में काम करने वाली महिला मृत पाई गई थी। शव पर गंभीर चोट के निशान थे, जिसके बाद पुलिस ने सेंटर संचालित करने वाले दो सगे भाइयों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया। हालांकि, घटना के नौ दिन बाद भी आरोपी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं।
इसी बीच, गौलापार में चार दिन पहले एक नाबालिग की गला रेतकर हत्या कर दी गई। इस सनसनीखेज वारदात के सौ घंटे से अधिक समय गुजरने के बाद भी पुलिस मामले का खुलासा करने में नाकाम रही है। इन दोनों घटनाओं को लेकर शहरभर में आक्रोश बढ़ता जा रहा है।
सोमवार को बुद्ध पार्क में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पुलिस प्रशासन का पुतला फूंका, वहीं सशक्त एकता उद्योग व्यापार मंडल के सदस्यों ने एसपी कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन सौंपा। इसी दौरान एक और विवाद तब खड़ा हो गया, जब आंदोलन के दौरान पहाड़ी आर्मी के संस्थापक अध्यक्ष हरीश रावत और पुलिस के बीच तीखी झड़प हो गई।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कोतवाल ने हरीश रावत के साथ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया और उनकी कॉलर पकड़कर धक्का देकर कार्यालय के अंदर ले गए। इस घटना ने मौके पर मौजूद महिलाओं को भड़का दिया और उन्होंने कोतवाली परिसर में जोरदार नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया।
करीब एक घंटे की पूछताछ के बाद हरीश रावत को छोड़ दिया गया। बाहर आकर उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस आम नागरिकों को डराने का प्रयास कर रही है और असली हत्यारों को पकड़ने में नाकाम है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन को प्रदेशव्यापी किया जाएगा।
मामले पर कांग्रेस नेता ललित जोशी ने कहा कि यह व्यवहार लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए खतरा है, जबकि हीरानगर वार्ड के पार्षद शैलेंद्र दानू ने इसे अशोभनीय बताते हुए कहा कि इससे जनता में रोष और बढ़ेगा।
इस बीच, मृतका ज्योति मेर के परिजन और समर्थक लगातार आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। सशक्त एकता उद्योग व्यापार मंडल ने एसएसपी को ज्ञापन देकर चेतावनी दी है कि यदि अपराधियों को शीघ्र गिरफ्तार नहीं किया गया तो जन आंदोलन की शुरुआत की जाएगी।