नैनीताल: अब विदेश से नैनीताल आने वाले पर्यटकों को शहर में प्रवेश करने पर ईको पर्यटन शुल्क देना पड़ सकता है। नगर पालिका बोर्ड ने कालाढूंगी मार्ग से आने वाले पर्यटकों से यह शुल्क वसूलने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। हालांकि, इसका क्रियान्वयन विधिक राय लेने के बाद ही किया जाएगा। पालिका सभागार में आयोजित बोर्ड बैठक में जनवरी माह के आय-व्यय का ब्योरा रखने समेत 18 प्रस्तावों पर चर्चा हुई। इसमें पालिका की आय बढ़ाने के लिए मसूरी की तर्ज पर ईको पर्यटन शुल्क वसूली, टिफिन टॉप जाने वाले पर्यटकों से शुल्क लेने और बाहरी मजदूरों से वार्षिक सत्यापन शुल्क लेने जैसे प्रस्तावों पर सहमति बनी। पालिका ईओ दीपक गोस्वामी ने बताया कि वर्तमान में पर्यटकों से लेक ब्रिज चुंगी शुल्क लिया जाता है, लेकिन कालाढूंगी मार्ग से आने वाले वाहनों से ऐसा कोई शुल्क नहीं लिया जाता। नए प्रस्ताव के तहत इस मार्ग से आने वाले पर्यटकों से भी ईको पर्यटन शुल्क वसूला जाएगा। हालांकि, स्थानीय निवासियों को इससे छूट दी जाएगी।
बैठक में सभासद मुकेश जोशी मंटू ने बताया कि पूर्व में भी इस मार्ग पर चुंगी वसूली जाती थी, लेकिन कोर्ट के निर्देशों के बाद इसे बंद कर दिया गया था। इसलिए इस प्रस्ताव पर विधिक राय लेने के बाद ही इसे लागू किया जाएगा। बैठक में डीएसए मैदान की खेल विभाग को दी गई लीज को निरस्त कर नगर पालिका द्वारा ही खेल गतिविधियां संचालित करने का प्रस्ताव भी पास हुआ। इस पर भी विधिक राय लेने पर सहमति बनी।
इसके अलावा, पालिका में दस्तावेजों के रखरखाव के लिए अलमारी खरीदने, दस्तावेजों का डिजिटाइजेशन करने, आउटसोर्स कर्मियों के मानदेय में बढ़ोतरी और लंबित भुगतान को मंजूरी दी गई। पालिकाध्यक्ष सरस्वती खेतवाल ने बताया कि वार्डों में रेलिंग, सड़क निर्माण और स्ट्रीट लाइट लगाने जैसे कार्यों के प्रस्ताव मिले हैं, जिन्हें बजट उपलब्ध होने पर पूरा किया जाएगा।बैठक में ईओ दीपक गोस्वामी, विनोद जीना, सभासद जितेंद्र पांडे, मुकेश जोशी, रमेश प्रसाद, अंकित चंद्रा, काजल आर्या, शीतल कटियार, भगवत सिंह रावत, गजाला कमाल, मनोज साह जगाती, पूरन सिंह बिष्ट, सपना बिष्ट, सुरेंद्र कुमार, लता दफौटी, राकेश पवार, गीता उप्रेती समेत अन्य कर्मचारी मौजूद रहे।