चमोली: चमोली के जिलाधिकारी डॉ. संदीप तिवारी पर जिला आबकारी अधिकारी दुर्गेश्वर कुमार त्रिपाठी के साथ बार-बार अभद्र व्यवहार करने के आरोप लगे हैं। इस विरोध में राज्य भर के जिला आबकारी अधिकारी और कर्मचारी कार्य बहिष्कार की चेतावनी दे चुके हैं।
राज्य के सभी जिला आबकारी अधिकारी तीन अप्रैल को देहरादून में एकत्र होकर प्रमुख सचिव और आबकारी आयुक्त को ज्ञापन सौंपेंगे। अगर समाधान नहीं निकला, तो राज्यभर में आबकारी अधिकारी और कर्मचारी कार्य बहिष्कार करेंगे।
आबकारी अधिकारी त्रिपाठी का आरोप है कि जिलाधिकारी लगातार उनके साथ गाली-गलौज और अभद्र भाषा का प्रयोग कर रहे हैं। 18 मार्च को डीएम द्वारा अमर्यादित व्यवहार किए जाने पर उन्होंने प्रमुख सचिव से स्थानांतरण का अनुरोध किया था। लेकिन 31 मार्च को फिर उन्हें कार्यालय बुलाकर अपमानित किया गया और करियर बर्बाद करने की धमकी दी गई।
त्रिपाठी ने कहा कि वह इस पूरे घटनाक्रम से मानसिक रूप से व्यथित हैं। इस मुद्दे पर पूरे प्रदेश के आबकारी अधिकारी और कर्मचारी लामबंद हो गए हैं। सोशल मीडिया पर यह मामला तेजी से फैल रहा है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि ऐसा व्यवहार केवल चमोली में ही नहीं, बल्कि अन्य जिलों में भी हो रहा है.
चमोली डीएम डॉ. संदीप तिवारी ने कहा कि जिले की दो अंग्रेजी शराब की दुकानों से तय राजस्व से कम वसूली हुई थी, जिस पर जिला आबकारी अधिकारी से जवाब मांगा गया था। लेकिन उन्होंने रिपोर्ट सीधे आबकारी आयुक्त को भेज दी और पूछे जाने पर संतोषजनक उत्तर नहीं दिया। मंगलवार को वे कार्यालय से भी अनुपस्थित पाए गए। इस वजह से प्रमुख सचिव को उनके निलंबन की सिफारिश की गई है और मुख्यमंत्री से भी इस संबंध में चर्चा की गई है।