यह खबर उत्तराखंड सरकार के “ड्रग्स फ्री देवभूमि मिशन-2025” के तहत की गई बड़ी कार्रवाई को दर्शाती है। हल्द्वानी पुलिस और एसओजी टीम ने संयुक्त अभियान चलाते हुए दो बड़े नशीली दवा तस्करों को गिरफ्तार किया है। इस कार्रवाई में कुल 6540 नशीली गोलियां और कैप्सूल बरामद किए गए, जो अब तक की सबसे बड़ी जब्ती में शामिल है।
पुलिस ने हल्द्वानी के कोतवाली और वनभूलपुरा थाना क्षेत्र में 1440 नशीले कैप्सूल और 5100 गोलियां बरामद कीं। इस दौरान, एक आरोपी जैनुल आबदीन उर्फ अरमान को 480 नशीले कैप्सूल और 600 गोलियों के साथ पकड़ा गया। पूछताछ में उसने खुलासा किया कि ये सामग्री इकराम नामक व्यक्ति से ली जाती थी, जो इन दवाओं की बड़े पैमाने पर आपूर्ति करता था। इसके बाद पुलिस ने इकराम की मोमबत्ती की दुकान पर छापा मारा, जहां से 5460 नशीली गोलियां और कैप्सूल बरामद हुए।
इकराम ने पूछताछ में बताया कि वह यह नशीली दवाएं मुरादाबाद से लाकर हल्द्वानी में ऊंचे दामों पर बेचता था। दोनों आरोपियों पर एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रहलाद नारायण मीणा के नेतृत्व में पुलिस की यह कार्रवाई लगातार जारी है।
इसके अलावा, भवाली पुलिस ने भी नशीली दवाओं के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए वीरेंद्र सिंह नामक आरोपी को गिरफ्तार किया है। उसके पास से 474 ग्राम चरस बरामद की गई, और उसके खिलाफ भी एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।
यह कार्रवाई उत्तराखंड को नशा मुक्त बनाने की दिशा में एक अहम कदम है, जिसमें पुलिस लगातार तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है।