हरिद्वार पुलिस ने एक बड़े अंतरराज्यीय बाइक चोर गिरोह का पर्दाफाश करते हुए तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से 18 चोरी की बाइकें बरामद की गई हैं। गिरोह का एक और सदस्य अंकित अभी फरार है, जिसकी तलाश में पुलिस टीमें दबिश दे रही हैं।
कैसे हुआ खुलासा?
मंगलवार को एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल ने गंगनहर कोतवाली में प्रेस वार्ता कर मामले का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि जिले में बाइक चोरी की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए सभी थानों को सख्ती से चेकिंग के निर्देश दिए गए थे।
इसी अभियान के तहत गंगनहर पुलिस को सूचना मिली कि लाठरदेवा-पनियाला तिराहे पर दो युवक बिना नंबर प्लेट की बाइक के साथ खड़े हैं। मौके पर पहुंचकर पुलिस ने दोनों को पकड़ लिया। पूछताछ में वे कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए, तो सख्ती से पूछताछ करने पर उन्होंने बाइक चोरी की बात कबूल कर ली।
गिरोह का नेटवर्क और बरामदगी
गिरफ्तार युवकों सचिन, मोनू, और गौरव की निशानदेही पर पुलिस ने रुड़की की शक्ति विहार कॉलोनी में एक खंडहर से 16 बाइकें बरामद कीं। दो बाइकें पहले से पकड़ी जा चुकी थीं। उन्होंने बताया कि उन्होंने ये बाइकें हरिद्वार, रुड़की, सहारनपुर और हरियाणा से चोरी की थीं।
आरोपियों के बारे में
- मोनू और सचिन — निवासी: टोडा कल्याणपुर, रुड़की
- गौरव — निवासी: गोधना, पुरकाजी, मुजफ्फरनगर (वर्तमान: सलेमपुर महदूद, हरिद्वार)
- अंकित — निवासी: सोसायटी रोड, केशवनगर, लक्सर (फरार)
पुलिस को मिलेगा इनाम
गिरोह का खुलासा करने पर एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल ने गंगनहर कोतवाली पुलिस की पीठ थपथपाई और ₹5,000 का इनाम देने की घोषणा की। उन्होंने कोतवाली प्रभारी अमरजीत सिंह और एसएसआई आनंद मेहरा की सराहना की।