नैनीताल | पर्यटन नगरी नैनीताल की जीवनरेखा मानी जाने वाली नैनी झील के संरक्षण एवं पर्यटन सुविधाओं में सुधार को लेकर मंगलवार को राजभवन नैनीताल में एक अहम बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने की। इसमें बोट एसोसिएशन नैनीताल के पदाधिकारियों ने भाग लिया और झील से जुड़ी समस्याओं व सुझावों को राज्यपाल के समक्ष विस्तार से रखा।
बोट एसोसिएशन ने बैठक में कई जरूरी सुझाव दिए, बोट स्टैंड पर वर्षा से बचाव हेतु शेल्टर निर्माण झील की सीढ़ियों की मरम्मत सुरक्षा चैन लगाने की आवश्यकता टिकट काउंटर के जीर्णोद्धार की मांग राज्यपाल ने सभी मुद्दों को गंभीरता से सुना और उनके शीघ्र समाधान का भरोसा दिलाया।
राज्यपाल गुरमीत सिंह ने कहा: नैनी झील सिर्फ नैनीताल ही नहीं, पूरे देश की सांस्कृतिक और पर्यटन धरोहर है। इसके संरक्षण और पर्यटकों के लिए सुविधाओं का विस्तार हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।
उन्होंने बताया कि नेशनल हाइड्रोग्राफर ऑफिस, देहरादून द्वारा झील का तकनीकी सर्वेक्षण पहले ही किया जा चुका है और उसकी रिपोर्ट प्राप्त हो चुकी है। उसी के आधार पर आगे की कार्यवाही की जाएगी।
राज्यपाल ने बोट चालकों की भूमिका को अहम बताते हुए उन्हें “नैनीताल के ब्रांड एंबेसडर” कहा। उन्होंने कहा कि ये सिर्फ नाव नहीं चलाते, बल्कि पर्यटकों को नैनीताल की संस्कृति, इतिहास और प्राकृतिक सौंदर्य से परिचित कराने का कार्य भी करते हैं।”
राज्यपाल ने भरोसा दिलाया कि बोट एसोसिएशन द्वारा प्रस्तुत सभी सुझावों को संबंधित विभागों, स्थानीय प्रशासन, मुख्य सचिव एवं मुख्यमंत्री तक पहुंचाया जाएगा और जल्द ही ठोस कदम उठाए जाएंगे।
बैठक में ये पदाधिकारी रहे मौजूद
इस महत्वपूर्ण बैठक में बोट एसोसिएशन अध्यक्ष श्री राम सिंह बिष्ट, साथ ही पदाधिकारी श्री विक्रम सिंह, श्री नैन सिंह और श्री विजय कुमार उपस्थित रहे।