
नैनीताल की सड़कों पर बढ़ते पर्यटक वाहनों का दबाव अब चिंता का विषय बनता जा रहा है। संकरी सड़कों और सीमित पार्किंग सुविधाओं के कारण शहर के मुख्य चौराहों और संपर्क मार्गों पर जाम की समस्या विकराल होती जा रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि यदि इस दबाव को नियंत्रित नहीं किया गया, तो माल रोड सहित अन्य प्रमुख सड़कों पर भू-धंसाव और दरारें पड़ने का खतरा भी बढ़ सकता है।
पर्यटन विभाग के आंकड़ों के अनुसार, आमतौर पर मई-जून के दौरान नैनीताल में पर्यटकों की आमद सबसे अधिक होती है। लेकिन इस बार मार्च में ही पर्यटकों की भारी भीड़ उमड़ने लगी, जिससे यातायात व्यवस्था चरमरा गई। हर साल करीब तीन लाख से अधिक पर्यटक नैनीताल पहुंचते हैं, लेकिन पार्किंग की समुचित व्यवस्था न होने के कारण माल रोड और अन्य सड़कें अस्थायी पार्किंग में तब्दील हो जाती हैं, जिससे जाम की समस्या और बढ़ जाती है।
शहर में यातायात को सुचारू बनाने के लिए तल्लीताल डांठ, मल्लीताल रिक्शा स्टैंड, मस्जिद तिराहा और हाई कोर्ट तिराहा का चौड़ीकरण किया गया था। हालांकि, इन उपायों के बावजूद नैनीताल क्लब से मोहन को मार्ग और गोलधर तक सिंगल लेन पर अक्सर जाम लग जाता है।
इसके अलावा, अंडा मार्केट में नाले को पाटकर बनाई गई पार्किंग भी अब समस्या का कारण बन रही है, क्योंकि वहां खड़े वाहनों से जाम लगने लगा है। चिड़ियाघर रोड, बिड़ला रोड, भवाली रोड और हल्द्वानी रोड पर भी लगातार ट्रैफिक जाम की समस्या बनी हुई है।
यातायात विशेषज्ञों का मानना है कि नैनीताल में वाहनों की संख्या को सीमित करने के लिए सख्त नियम लागू करने की जरूरत है। बाहरी वाहनों की एंट्री को नियंत्रित करने और पार्किंग व्यवस्था को बेहतर बनाने पर जोर दिया जा रहा है। प्रशासन द्वारा वैकल्पिक पार्किंग स्थल विकसित करने की योजना भी बनाई जा रही है, जिससे शहर की सड़कों पर ट्रैफिक का दबाव कम किया जा सके।