
रूद्रप्रयाग: रुद्रप्रयाग ज़िले के भरदार पट्टी के गांव बांसी से पंचायत चुनाव के पहले चरण में फर्जीवाड़े की चौंकाने वाली खबर सामने आई है। 24 जुलाई को हुए मतदान में गांव के लोगों ने आरोप लगाया है कि राजकीय इंटर कॉलेज सौंराखाल में पढ़ने वाले नाबालिग स्कूली छात्रों ने बूथ पर जाकर फर्जी वोटिंग की है।
ग्रामीणों के मुताबिक, बांसी मतदान केंद्र पर वोटिंग के बाद कुछ स्कूली बच्चे आपस में फर्जी मतदान की बातें करते सुने गए। जब परिजनों को शक हुआ और बच्चों से पूछा गया, तो उन्होंने खुद वोट डालने की बात कबूल की। यही नहीं, कई बच्चों के हाथों पर स्याही के निशान भी देखे गए, जिससे पूरे गांव में हलचल मच गई।
गांव के दो जागरूक नागरिक, मनवर सिंह बिष्ट और अर्जुन सिंह रावत, ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने मांग की है कि बांसी बूथ का मतदान रद्द कर दोबारा चुनाव कराया जाए, ताकि लोकतंत्र की गरिमा बनी रहे।
ग्रामीणों का आरोप है कि बूथ में तैनात कर्मचारी और अधिकारी पूरी तरह नाकाम साबित हुए और उन्होंने जानबूझकर आंख मूंद ली। अगर कर्मचारियों ने अपनी जिम्मेदारी निभाई होती, तो नाबालिग बच्चों से फर्जी वोटिंग नहीं हो पाती।
ग्रामीणों ने सवाल उठाए कि अगर नाबालिग बच्चे किसी और के नाम से वोट डाल सकते हैं, तो चुनाव की पारदर्शिता पर कैसे भरोसा किया जाए? यह न सिर्फ लोकतंत्र का अपमान है, बल्कि बच्चों के भविष्य से भी खिलवाड़ है।
सीडीओ राजेंद्र रावत ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के आदेश दे दिए हैं। उनका कहना है कि अगर आरोप सही पाए जाते हैं, तो दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।