उत्तराखंड में स्कूली शिक्षा के पाठ्यक्रम में बड़े बदलाव किए गए हैं। राज्य स्तरीय कमेटी ने कक्षा 3 से 12वीं तक के लिए नए पाठ्यक्रम को मंजूरी दी है। इस बदलाव के तहत कक्षा 3 से 5 तक के छात्रों के लिए सात विषय अनिवार्य किए गए हैं, जबकि कक्षा 6 से 8 के छात्रों के लिए नौ विषय निर्धारित किए गए हैं।
वहीं, कक्षा 9 और 10 के छात्रों को अब दस विषय पढ़ने होंगे, जिनमें गणित को अनिवार्य कर दिया गया है।इसके अलावा, संस्कृत की पढ़ाई को भी कक्षा 3 से शुरू करने का फैसला लिया गया है। इस बदलाव का मुख्य उद्देश्य छात्रों को शैक्षिक रूप से अधिक सशक्त बनाना और उन्हें व्यापक ज्ञान उपलब्ध कराना है। गणित को अनिवार्य किए जाने से छात्रों की तार्किक एवं विश्लेषणात्मक क्षमता में वृद्धि होगी, जबकि संस्कृत उन्हें अपनी संस्कृति और परंपराओं से जोड़ने में सहायक होगी।
समिति द्वारा तैयार किए गए इस नए पाठ्यक्रम को अब राज्य सरकार से अंतिम मंजूरी मिलनी बाकी है। मंजूरी के बाद इसे पूरे प्रदेश के स्कूलों में लागू किया जाएगा।