
नैनीताल
पर्यटन नगरी भीमताल के लोगों ने लंबे समय से लंबित बुनियादी आवश्यकताओं को लेकर एक बार फिर आवाज बुलंद की है। सामाजिक कार्यकर्ता पूरन बृजवासी के नेतृत्व में स्थानीय नागरिकों ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को संबोधित एक ज्ञापन मुख्य विकास अधिकारी के माध्यम से सौंपा। ज्ञापन में दो प्रमुख मांगें प्रमुखता से उठाई गई हैं—भीमताल में रोडवेज बस स्टेशन की स्थापना और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का उच्चीकरण।
रोडवेज बस स्टेशन की स्थापना: दो दशक से अधूरी मांग
भीमताल में रोडवेज बस अड्डे की मांग पिछले 20 वर्षों से लंबित है। इसकी अनुपस्थिति में स्थानीय लोगों—खासकर विद्यार्थियों, बुजुर्गों और दैनिक यात्रियों—को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। उन्हें हल्द्वानी, नैनीताल और अन्य शहरों की यात्रा के लिए घंटों बसों का इंतजार करना पड़ता है, जिससे समय, ऊर्जा और धन की बर्बादी होती है। साथ ही, पर्यटकों को भी असुविधा होती है, जिससे पर्यटन प्रभावित होता है।
सामाजिक कार्यकर्ता पूरन बृजवासी ने कहा, भीमताल एक प्रमुख पर्यटक स्थल है, लेकिन परिवहन सुविधाओं की कमी इसके विकास में बड़ी बाधा है। बस स्टेशन की स्थापना स्थानीय नागरिकों की सुविधा और पर्यटन को बढ़ावा देने की दिशा में एक आवश्यक कदम है।
स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली: केंद्र के उच्चीकरण की मांग
ज्ञापन में दूसरी अहम मांग भीमताल के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के आधुनिकीकरण की है। फिलहाल यह स्वास्थ्य केंद्र बुनियादी चिकित्सा सुविधाओं के लिए भी जूझ रहा है। गंभीर बीमारियों की स्थिति में मरीजों को हल्द्वानी जैसे बड़े शहरों की ओर रुख करना पड़ता है, जो न केवल आर्थिक बोझ है बल्कि आपातकालीन स्थितियों में घातक भी हो सकता है।
बृजवासी ने कहा, हमारे स्वास्थ्य केंद्र में न तो पर्याप्त चिकित्सक हैं, न नर्सिंग स्टाफ, और न ही आधुनिक उपकरण। छोटी सी जांच या इलाज के लिए भी हमें घंटों दूर जाना पड़ता है। यह स्थिति किसी भी तरह से स्वीकार्य नहीं है।”
उन्होंने यह भी जोड़ा कि स्वास्थ्य हर नागरिक का मूल अधिकार है, और भीमताल जैसे क्षेत्र को इस अधिकार से वंचित नहीं रखा जा सकता।
सरकार से त्वरित कार्रवाई की मांग
पूरन बृजवासी ने मुख्यमंत्री से इन दोनों मांगों पर “त्वरित एवं सकारात्मक” कार्यवाही की अपील की है। उनका कहना है कि ये मांगें केवल बुनियादी आवश्यकताएं नहीं, बल्कि क्षेत्र के सर्वांगीण विकास की कुंजी हैं।
“यदि सरकार इन मांगों पर गंभीरता से काम करती है, तो भीमताल न केवल एक बेहतर जीवन स्तर की ओर अग्रसर होगा, बल्कि पर्यटन को भी नया आयाम मिलेगा,” उन्होंने कहा।